सच हो सकती हैं कोरोना वायरस के वुहान लैब से लीक होने की आशंकाएं- अमेरिकी रिपोर्ट
अमेरिकी सरकार की एक राष्ट्रीय लैब ने मई, 2020 में अपनी रिपोर्ट में कहा था कि कोविड-19 बीमारी करने वाले SARS-CoV-2 कोरोना वायरस के वुहान की लैब से लीक होने की बात सच हो सकती है और इस दिशा में और जांच करने की जरूरत है। अमेरिकी अखबर 'द वॉल स्ट्रीट जर्नल' ने अपनी एक रिपोर्ट में इस खुफिया रिपोर्ट की जानकारी रखने वाले लोगों के हवाले से ये दावा किया है।
स्टडी में किया गया था SARS-CoV-2 का जेनेटिक विश्लेषण
रिपोर्ट के अनुसार, मई, 2020 में कैलिफोर्निया की लॉरेंस लिवरमोर नेशनल लैबोरेटरी ने यह स्टडी की थी। मामले से संबंधित लोगों ने बताया कि यह स्टडी लॉरेंस लिवरमोर के "Z डिवीजन" ने तैयार की थी जो एक खुफिया विभाग है। इस स्टडी में SARS-CoV-2 के जेनेटिक विश्लेषण के आधार पर इसके चीन की वुहान लैब से लीक होने की आंशकाओं को मुमकिन बताया था और इस दिशा में और जांच की जरूरत बताई थी।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने भी दिया था स्टडी का हवाला
रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति कार्यकाल के अंतिम दिनों में कोरोना वायरस महामारी की उत्पत्ति पर की गई अपनी जांच में भी इस रिपोर्ट का हवाला दिया था।
पहले भी लैब लीक का समर्थन करने वाली रिपोर्ट कर चुका है अखबार
बता दें कि 'द वॉल स्ट्रीट जर्नल' इससे पहले भी कोरोना वायरस के वुहान लैब से लीक होने की आशंकाओं का समर्थन करने वाली रिपोर्ट कर चुका है। पिछले महीने प्रकाशित की गई अपनी इस रिपोर्ट में अखबार ने दावा किया था कि महामारी की शुरूआत से पहले नवंबर, 2019 में वुहान लैब के तीन शोधकर्ता कोविड जैसे लक्षणों से बीमार हुए थे। उसने अमेरिकी सरकार की एक खुफिया रिपोर्ट के हवाले से ये बात कही थी।
हालिया समय में लैब लीक की थ्योरी को मिला है नया जन्म
गौरतलब है कि हालिया समय में कोरोना वायरस के वुहान लैब से लीक होने की थ्योरी को मजबूती मिली है। महामारी की शुरूआत में ही खारिज की जा चुकी इस थ्योरी को हाल ही में 'द बुलेटिन' में प्रकाशित एक रिपोर्ट से नया जन्म मिला है। इस रिपोर्ट में वायरस की बनावट से लैब लीक के सवालों को जल्दबाजी में दबाने के प्रयासों तक के आधार पर कहा गया था कि इसके लैब निर्मित होने की संभावना ज्यादा है।
अमेेरिकी राष्ट्रपति ने 90 दिन में मांगी है रिपोर्ट
इन रिपोर्ट्स के बाद से कई वैज्ञानिक समूह कोरोना वायरस के वुहान लैब से लीक होने के सवालों की गंभीरता से जांच की मांग कर चुके हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी जांच की मांगों का समर्थन किया है और अपनी खुफिया एजेंसियों से 90 दिन के अंदर इस संबंध में रिपोर्ट देने को कहा है। वहीं चीन ने लैब लीक की थ्योरीज को खारिज किया है और अमेरिका पर इन्हें बढ़ावा देने का आरोप लगाया है।
दुनियाभर में क्या है महामारी की स्थिति?
जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के मुताबिक, दुनियाभर में अब तक लगभग 17.35 करोड़ लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं, वहीं 37.35 लाख लोगों की मौत हुई है। सर्वाधिक प्रभावित अमेरिका में 3.34 करोड़ लोग संक्रमितों में लगभग 5.98 लाख लोगों की मौत हुई है। भारत में 2.90 करोड़ संक्रमित पाए गए हैं और 3.51 लाख की मौत हुई है। तीसरे सबसे अधिक प्रभावित देश ब्राजील में 1.70 करोड़ संक्रमितों में से लगभग 4.74 लाख मरीजों की मौत हुई है।