अमेरिका की जासूसी के लिए चीन गुब्बारों ने किया था अमेरिकी तकनीक का ही इस्तेमाल- रिपोर्ट
क्या है खबर?
अमेरिका ने चीन के जासूसी गुब्बारों को लेकर चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। अमेरिका के संवेदनशील इलाकों की निगरानी के लिए इन जासूसी गुब्बारों में अमेरिकी तकनीक का ही इस्तेमाल गया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अमेरिकी रक्षा और खुफिया एजेंसियों के विश्लेषण में पता चला है कि जासूसी गुब्बारों में तस्वीरें, वीडियो और अन्य जानकारी एकत्र करने के लिए विशिष्ट चीनी सेंसर और अन्य उपकरणों के साथ-साथ व्यावसायिक रूप से उपलब्ध अमेरिकी उपकरण भी लगे थे।
मामला
क्या है जासूसी गुब्बारों से संबंधित पूरा मामला?
फरवरी महीने की शुरुआत में अमेरिका के पश्चिमी राज्य मोंटाना के आसमान में चीन का गुब्बारा मंडराते हुए देखा गया था।
इसे अमेरिका ने लड़ाकू विमान की मदद से दक्षिण कैरोलिना के तट के पास मार गिराया था।
अमेरिका की इस कार्रवाई का चीन ने विरोध किया था और दोनों देशों के राजनयिकों रिश्तों में भी कड़वाहट आ गई थी। चीन का दावा था कि यह मौसम का अनुमान लगाने वाला गुब्बारा था, जो अपना रास्ता भटक गया था।
रिपोर्ट
चीन का गुब्बारे से मौसम की निगरानी का दावा गलत
वॉल स्ट्रीट जनरल की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी अधिकारी इस निष्कर्ष का समर्थन करते हैं कि चीनी गुब्बारों का उद्देश्य जासूसी करना था, न कि मौसम की निगरानी करना, जैसा कि चीन कहता है।
उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि जासूसी गुब्बारा कनाडा, अलास्का और कुछ अन्य निकटवर्ती अमेरिकी राज्यों के ऊपर 8 दिनों तक उड़ने के दौरान इकट्ठा किया गया डाटा चीन नहीं भेज पाया।
व्हाइट हाउस ने अभी इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है।
प्रतिक्रिया
अमेरिकी विदेश मंत्री ने रद्द कर दिया था चीन का दौरा
चीनी गुब्बारे को मार गिराए जाने की घटना के बाद अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने अपना चीन का प्रस्तावित दौरा रद्द कर दिया था।
उन्होंने अपने चीनी समकक्ष वांग यी से कहा था कि अमेरिकी एयरस्पेस में चीनी गुब्बारे का पाया जाना अमेरिकी संप्रभुता और अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन है।
अमेरिकी कार्रवाई का विरोध करते हुए चीन ने कहा था कि अमेरिका की प्रतिक्रिया अतिवादी है और यह अंतरराष्ट्रीय मापदंडों का गंभीर उल्लंघन है।
जासूसी गुब्बारे
क्या होते हैं जासूसी गुब्बारे?
जासूसी गुब्बारे बेहद ऊंचाई पर उड़ने वाले मौसम का अनुमान लगाने वाले गुब्बारे जैसे ही होते हैं, लेकिन इनमें उपकरणों का फर्क होता है।
इनमें कैमरा और राडार जैसे उपकरण लगे होते हैं। इन्हें सामान्य रडार से पकड़ पाना मुश्किल होता है और ये आमतौर पर 80,000-1,20,000 फीट की ऊंचाई पर उड़ान भरते हैं। इतनी ऊंचाई पर कोई विमान नहीं जाता।
अमेरिका ने भी अपने दुश्मनों पर नजर रखने के लिए ऐसे गुब्बारों की मदद ली है।