बॉस की जुए की लत की वजह से दिवालिया होने वाली है यह स्मार्टफोन कंपनी
अब तक आपने जुए की वजह से लोगों के दिवालिया होने की घटनाएं देखी-सुनी होगी, लेकिन यंहा पूरी एक कंपनी जुए की वजह से दिवालिया होने की कगार पर पहुंच चुकी है। सुनने में यह भले ही अजीब लग रहा है, पर यह सच है। चीनी स्मार्टफोन कंपनी GIONEE दिवालिया होने की कगार पर है और इसकी वजह उसके चेयरमैन की जुए की लत है। चेयरमैन की जुए में हुई हार का खामियाजा कंपनी को भुगतना पड़ रहा है।
चेयरमैन ने मानी पैसे हारने की बात
कंपनी के दिवालिया होने के आधिकारिक कारण सामने नहीं आए हैं, लेकिन रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी के चेयरमैन लिऊ लिरोंग जुए में करीब 100 अरब रुपये हार गए। हालांकि, लिऊ ने इतनी बड़ी रकम हारने से इनकार किया है लेकिन उन्होंने जुए में करीब 10 अरब रुपये हारने की बात मानी है। लिऊ ने बताया कि उनकी हारी गई रकम कंपनी का पैसा नहीं है बल्कि उन्होंने यह पैसा कंपनी के फंडों से उधार लिया था।
कंपनी को दिवालिया घोषित करने की अर्जी
कंपनी के सामने अब आपूर्तिकर्ताओं को पैसा चुकाने की मुश्किलें आ रही हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, 20 से ज्यादा आपूर्तिकर्ताओं ने 20 नवंबर को अदालत में कंपनी को दिवालिया घोषित करने की अर्जी दी है।
भारत में निवेश करने की योजना बना रही थी कंपनी
कंपनी इस साल Rs. 650 करोड़ निवेश कर भारत की पांच सबसे बड़ी स्मार्टफोन कंपनियों में शामिल होने की योजना पर काम कर रही थी। कंपनी के एक अधिकारी ने बताया था कि भारत में पांच सबसे बड़ी स्मार्टफोन कंपनियों में शामिल होने के लिए हम अपना मार्केटिंग का बजट पिछले साल के मुकाबले 30 प्रतिशत बढ़ाएंगे। उन्होंने कहा था कि हम Rs. 8,000-20,000 कीमत वाले स्मार्टफोन बाजार में 20 प्रतिशत हिस्सेदारी चाहते हैं।
अप्रैल में GIONEE ने उतारे थे दो स्मार्टफोन
GIONEE ने इस साल अप्रैल में GIONEE F205 और GIONEE S11 स्मार्टफोन लॉन्च किए थे। इन फोन को सेल्फी के शौकीन लोगों को ध्यान में रखकर लॉन्च किया गया था। एक समय कंपनी की भारत में सेल्फी स्मार्टफोन बाजार में पांच फीसदी हिस्सेदारी थी।
कर्ज में डूबी कंपनी की हिस्सेदारी खरीदेगा 'Karbonn'
दिवालियापन की कगार पर खड़ी GIONEE कर्ज में डूबी है। रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी पर फिलहाल लगभग Rs. 240 करोड़ का कर्ज है। इस कर्ज में विज्ञापनदाताओं, मीडिया रिलेशन टीम और बैंकों के पैसे शामिल है। कंपनी धीरे-धीरे अपना कारोबार समेट रही है। साथ ही खबर है कि भारतीय मोबाइल कंपनी 'Karbonn' दिवालिया हो रही इस कंपनी की कुछ हिस्सेदारी खरीद सकती है। कंपनी ने इसके लिए GIONEE के साथ लेटर ऑफ इंटेंट और नॉन डिस्क्लोजर एग्रीमेंट साइन किया है।