शातिर चोर बना नकली जज, दो महीने तक कुर्सी पर बैठ सुनाता रहा फैसला
क्या है खबर?
दुनिया में हर व्यक्ति किसी न किसी प्रतिभा से परिपूर्ण है।
कोई अच्छा गायक है, कोई अच्छा डांसर, कोई खिलाड़ी और कोई जादूगर, लेकिन क्या आपने कभी किसी हुनरमंद चोर के बार में सुना है? अगर नहीं तो आज हम आपको उसके बारे में ही कुछ खास बातें बताएंगे।
हम बात कर रहे हैं भारत के सबसे शातिर चोर धनी राम मित्तल की, जिसने शातिर होने का टैग ऐसे ही नहीं, बल्कि अपने कारनामों की वजह प्राप्त किया है।
करतूत
जब फर्जी जज बनकर फैसला सुनाता रहा धनीराम
दरअसल, कुछ साल पहले जब धनीराम चोरी करते-करते बोर हो गया था तो उसने एक नए कारनामे को अंजाम देने का सोचा।
इसके चलते उसने फर्जी कागजातों के आधार पर हरियाणा के झज्जर कोर्ट के जज को दो महीने की छुट्टी पर भेज दिया था और खुद उनकी कुर्सी पर बैठ गया।
इसके बाद उसने किस तरह के फैसले सुनाए, इसका हिसाब किसी के पास नहीं है। हालांकि, पुलिस के मुताबिक उसने कई गुनहगारों को रिहा कर दिया था।
करतूत
धनीराम ने शातिर चोर बनने के लिए हासिल की कई तरह डिग्री
बता दें कि धनीराम ने चोरी की घटनाओं को अंजाम देने के साथ-साथ LLB की पढ़ाई कर पूरी की और वकील बन गया।
इसी दौरान हैंडराइटिंग देखकर लोगों के व्यक्तित्व का अनुमान लगाने में विशेषज्ञता हासिल कर ली।
अगर आपको यह लग रहा है कि धनीराम को पढ़ने-लिखने का शौक है तो आपका अंदाजा शत-प्रतिशत गलत है, क्योंकि उसने शौक से ज्यादा जुर्म की दुनिया में खुद को मजबूत बनाने के इरादे से ये डिग्रियां हासिल की।
जानकारी
25 साल की उम्र में धनीराम ने चोरी को बना लिया था अपना पेशा
इन सभी कारनामों को देखते हुए कई चोर चोरी की बारीकियां सीखने के लिए आज भी दूर-दूर से धनीराम के पास पहुंचते हैं। कई चोर तो उसकी जैसी चोरी करने के लिए उसकी जी-हुजूरी भी करते हैं।
बता दें कि धनीराम ने अपने इस 'शानदार' करियर का आगाज आज से तकरीबन 50 साल पहले किया था, जब वह 25 साल का था और इतने ही साल पहले 1964 में वो पहली बार पुलिस के हत्थे चढ़ा था।
चोरी का अंदाज
चोरी का अंदाज बदलते-बदलते धनीराम बना भारत का चार्ल्स शोभराज
कहते हैं कि किसी भी चीज की अति सही नहीं होती, लेकिन धनीराम की चोरियां उसे नई ऊंचाइयों पर ले जा रही थी।
इसलिए पुलिस की दो-तीन पीढ़ियां उसके देखते-देखते बदल गईं, लेकिन उसकी रिसर्च से उसका खेल अब तक जारी है।
गौरतलब है कि चोरी के लिए ही उसने कई डिग्री हासिल की, इसी वजह से भारत में उसकी तुलना चार्ल्स शोभराज से होती है।
हालांकि, जुर्म की दुनिया में चार्ल्स शोभराज का अपना अलग ही मुकाम था।
खासियत
धनीराम ने चंद मिनटों में दे रखा है कई बड़ी चोरियों को अंजाम
करीब एक साल पहले सामने आए मामले के दौरान धनीराम ने मोबाइल फोन पर बात करते-करते सड़क से एक मारुति कार चुरा ली थी। असल में यही धनीराम की खासियत है कि वो अपने काम में बहुत माहिर है।
ये तो धनीराम के जिंदगी का बस एक ट्रेलर है। 50 सालों के चोरी के करियर में उसने ऐसी-ऐसी कई घटनाओं को अंजाम दिया हैं कि आप सुनते-सुनते भले ही थक जाएं, लेकिन उसके किस्से खत्म नहीं होंगे।