पूर्वी भारत के इस रेस्टोरेंट में भारत में बने रोबोट परोसते हैं खाना, देखें वीडियो
आज के तकनीकी युग में धीरे-धीरे लोग मशीनों के ऊपर निर्भर रहने लगे हैं। एक समय था जब लोग अपना हर छोटा-बड़ा काम ख़ुद करते थे, लेकिन आज लोग मशीनों का सहारा लेने लगे हैं। केवल यही नहीं आजकल तो लोग खाना परोसने जैसे काम के लिए भी रोबोट का सहारा लेने लगे हैं। आज हम आपको पूर्वी भारत के एक ऐसे ही रेस्टोरेंट के बारे में बताने जा रहे हैं, जहाँ भारत में बने रोबोट खाना परोसते हैं। जानें।
रोबोट देंगे खाने का अलग अनुभव
दरअसल, ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर के इंफ़ोसिटी DLF टॉवर क्षेत्र में रोबो शेफ़ नाम का एक रेस्टोरेंट बुधवार को खोला गया। आपको जानकर हैरानी होगी कि वहाँ भारत में निर्मित रोबोट लोगों को खाना परोसते हैं। ऐसा दावा किया जा रहा है कि इस तरह कि सुविधा वाला यह पूर्वी भारत का पहला रेस्टोरेंट है। रेस्टोरेंट के मालिक जीत बासा का कहना है कि ये रोबोट वेटरों की जगह लेकर ग्राहकों को खाने का अलग ही अनुभव देंगे।
कई भाषाएँ बोल लेते हैं रोबोट
ग्राहकों को खाना परोसने वाले दोनों रोबोट का नाम चंपा और चमेली है। वो न केवल खाना परोसते हैं, बल्कि ग्राहकों से बातचीत भी करते हैं। बासा कहते हैं, "पूर्वी भारत का यह पहला रेस्टोरेंट है, जो स्वदेशी रोबोट की सेवाएँ लेता है। यह रोबोट रडार आधारित है। ये कोई भी भाषा समझ सकते हैं, यहाँ तक कि उड़िया भी।" उन्होंने आगे कहा, "रोबोट का वॉइस ऑपरेटेड सिस्टम ग्राहकों को खाने के लिए आने पर स्वागत भी करता है।"
खाना परोसते हुए रोबोट
स्लैम तकनीक से बनाए गए हैं रोबोट
बासा ने आगे बताया, "ओडिशा के लोग अपनी भाषा के साथ खाने का आनंद लें, इसी विचार के साथ यह सेवा शुरू की गई है।" बासा कहते है कि नॉर्थ-ईस्ट सहित चेन्नई और बेंगलुरु में कई रेस्टोरेंट हैं, जहाँ रोबोट खाना परोसते हैं, लेकिन वो रोबोट चीन से आयातित हैं। जबकि, हमारे रोबोट जयपुर स्थित एक स्टार्टअप ने बनाए हैं। ये रोबोट स्लैम (SLAM- शॉर्ट सिमुल्टेनियस लोकलाइज़ेशन एंड मैपिंग) तकनीक से बनाए गए हैं।
चेन्नई के पोरूर में भी है ऐसा रेस्टोरेंट
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इससे पहले चेन्नई के पोरूर में एक ऐसा रेस्टोरेंट खुला था जहाँ वेटर की जगह रोबोट खाना परोसते हैं। ये रोबोट ग्राहकों से अंग्रेज़ी और तमिल में बात भी करते हैं। रोबोट खाना परोसने के साथ ही ग्राहकों को ये भी बताते हैं कि कौन सा टेबल ख़ाली है। जानकारी के अनुसार, रेस्टोरेंट में उस समय तक सात रोबोट काम करते थे, हालाँकि अभी कितने रोबोट काम करते हैं, इसकी जानकारी नहीं है।