प्रधानमंत्री मोदी के हेलिकॉप्टर की जांच करने वाले अधिकारी ने तोड़ी चुप्पी, कही यह बात
क्या है खबर?
प्रधानमंत्री मोदी के हेलिकॉप्टर की चेकिंग करने के मामले में चुनाव आयोग की कार्रवाई का सामना कर रहे IAS अधिकारी मोहम्मद मोहसिन ने चुप्पी तोड़ी है।
हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, उन्होंने कहा कि उन्होंने किसी नियम का उल्लंघन नहीं किया है।
बता दें, मोहसिन को चुनाव आयोग ने प्रधानमंत्री मोदी के हेलिकॉप्टर की जांच करने पर निलंबित कर दिया था।
हालांकि, अब निलंबन हटा लिया गया है और चुनाव आयोग ने उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की सिफारिश की है।
तैनाती
संभलपुर में तैनात थे मोहसिन
कर्नाटक कैडर के IAS अधिकारी मोहसिन संभलपुर में जनरल ऑब्जर्वर के तौर पर तैनात थे, जहां प्रधानमंत्री मोदी ने 17 अप्रैल को चुनावी रैली की थी।
उन्होंने कहा, "मैंने चुनाव आयोग के नियमों के तहत काम किया है। मैंने इस मामले में कुछ गलत नहीं किया है। इसलिए मैंने उनसे मेरे खिलाफ दाखिल रिपोर्ट की कॉपी मांगी है, लेकिन अभी तक मुझे यह नहीं मिली है। मैं अंधेरे में ही यह केस लड़ रहा हूं।"
दावा
'घटनास्थल पर मौजूद नहीं था'
मोहसिन को स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (SPG) सुरक्षा पाए लोगों से पेश आने के नियमों के उल्लंघन के आरोप में 17 अप्रैल को सस्पेंड किया गया था।
मोहसिन ने दावा किया है जब यह घटना हुई, तब वो वहां मौजूद नहीं थे।
मोहसिन ने कहा, "जब यह हुआ, मैं वहां मौजूद नहीं था। मुझे नहीं पता कि हेलिपैड पर क्या हुआ था। मैंने केवल मीडिया रिपोर्ट्स पढ़ी हैं, जिन्हें न मैं नकार सकता हूं और न ही स्वीकार कर सकता हूं।"
निलंबन
अचानक से आए निलंबन के आदेश- मोहसिन
उन्होंने कहा कि जब प्रधानमंत्री का हेलिकॉप्टर वहां खड़ा था तब उन्होंने हेलिपैड का दौरा किया था।
उन्होंने कहा, "मैंने वीडियो टीम को निर्देश दिए और वहां से चला गया। इसके बाद बाद कलेक्टर ऑफिस में मेेरे पास उप मुख्य चुनाव आयुक्त का फोन आया और उन्होंने मुझसे पूछा कि क्या मैंने जांच के आदेश दिए हैं, जिससे मैंने इनकार कर दिया। उन्होंने रिपोर्ट मांगी और मैंने भेज दी। बाद में उन्होंने अचानक मुझे निलंबित कर दिया।"
जानकारी
कोर्ट जाएंगे मोहसिन
मोहसिन ने कहा कि सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रिब्यूनल (CAT) के आदेश के बाद निलंबन पर रोक लग गई है, लेकिन यह मामला कानून से जुड़ा है इसलिए वो कोर्ट में यह केस लड़ेंगे क्योंकि उनकी नीयत बिल्कुल सही है।
फैसला
CAT ने रद्द किया मोहसिन का निलंबन
चुनाव आयोग के आदेश पर रोक लगाते हुए CAT की बेंगलुरू बेंच ने कहा कि यह नहीं कहा जा सकता कि SPG सुरक्षा पाए लोग कुछ भी कर सकते हैं। चुनाव अधिकारियों ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री कुमारास्वामी के निजी वाहनों की कई बार चेकिंग की है। ओडिशा के मुख्यमंत्री के वाहन भी चेक किए गए हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
चुनाव आयोग ने इस फैसले पर कहा कि CAT ने आयोग का पक्ष सुने बिना यह फैसला दिया है।
मामला
यहां से शुरू हुआ था मामला
मोहसिन ने जनरल ऑब्जर्वर के तौर पर प्रधानमंत्री मोदी के हेलिकॉप्टर की तलाशी ली थी, जिसके बाद प्रधानमंत्री कार्यालय ने उनकी शिकायत चुनाव आयोग से की थी।
अधिकारियों ने बताया कि जब प्रधानमंत्री मोदी रैली को संबोधित कर रहे थे, तब उन्होंने हेलिकॉप्टर की तलाशी ली।
इस वजह से प्रधानमंत्री की वापसी में 20 मिनट की देर हो गई। बता दें, स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (SPG) सुरक्षा प्राप्त लोगों को ऐसी जांच से छूट होती है।
सिफारिश
अनुशासनात्मक कार्रवाई की सिफारिश
CAT के आदेश के बाद चुनाव आयोग ने मोहम्मद मोहसिन को सस्पेंड करने के आदेश वापस ले लिये, लेकिन उन्हें चुनावों में ड्यूटी करने से रोक दिया गया है।
आयोग ने कर्नाटक सरकार से उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की सिफारिश की है।
इसके अलावा चुनाव आयोग ने संभलपुर के जिला निर्वाचन अधिकारी को भी हेलिकॉप्टर की तलाशी में शामिल होने पर चेतावनी दी है।
आयोग ने कहा यह निर्णय उनके खिलाफ मिली रिपोर्ट के आधार पर लिया गया है।