मेक्सिको: इस परिवार के सदस्यों के शरीर पर बाल ही बाल, मिला 'भेड़िया मानव' का उपनाम
गिनीज बुक में बालों से संबंधित कई विश्व रिकॉर्ड हैं। ऐसा ही एक रिकॉर्ड मेक्सिको के गोमेज परिवार के नाम है। यह पूरे शरीर पर बालों वाला दुनिया का सबसे बड़ा बालदार परिवार है। परिवार में शामिल विक्टर 'लैरी' गोमेज के शरीर पर तो इतने बाल हैं कि उन्हें 'वोल्फ मैन' (भेड़िया मानव) कहा जाता है। आइए इस परिवार और इसके सदस्यों के पूरे शरीर पर बाल होने के कारणों के बारे में विस्तार से जानते हैं।
गोमेज परिवार के 4 सदस्यों के शरीर पर बाल ही बाल
मूल रूप से मेक्सिकों से आने गोमेज परिवार में 5 पीढ़ियों के कुल 19 सदस्य हैं। इनमें से 4 सदस्य, विक्टर "लैरी" गोमेज, गेब्रियल "डैनी" रामोस गोमेज, लुइसा लिलिया डी लीरा एसेव्स और जीसस मैनुअल फजार्डो एसेव्स के पूरे शरीर पर बाल ही बाल हैं। परिवार की महिलाओं के शरीर हल्के से मध्यम बालों से भरे हुए हैं, जबकि पुरुषों के 98 प्रतिशत शरीर पर घने बाल हैं। उनकी हथेलियों और तलवों पर भी बाल हैं।
फिल्म में काम कर चुके हैं लैरी
पूरे शरीर पर बालों के कारण लैरी को 'भेड़िया मानव' का उपनाम मिला हुआ है। अपनी अनोखी स्थिति के कारण उनका जीवन आसान नहीं रहा है, लेकिन फिर भी उन्होंने अपना एक अलग नाम बनाया है। वह एक कुशल नट, ट्रापेज कलाकार और बाजीगर हैं और 'वाटर फॉर एलीफेंट्स' नामक हॉलीवुड फिल्म भी काम कर चुके हैं। वह 'द विजार्ड ऑफ ऑड' नामक यूट्यूब चैनल पर भी दिख चुके हैं और उन्होंने मैक्सिकन नेशनल सर्कस में भी काम किया है।
यह मेरा सामान्य जीवन, इसकी आदत हुई- लैरी
द सन से बात करते हुए लैरी ने कहा, "दुनिया में सबसे ज्यादा बालों वाले लोगों में से एक होना मुझे विशेष बनाता है और मैं प्रसिद्ध भी हूं।" उन्होंने कहा कि वह महीने में एक बार अपने बालों को कटवाते हैं, लेकिन ये जल्दी से वापस बढ़ जाते हैं। उन्होंने कहा, "कुछ लोग मुझसे पूछते हैं कि क्या इसमें खुजली होती है, और मैं कहता हूँ नहीं। यह मेरा सामान्य जीवन है और मुझे इसकी आदत हो गई है।"
लैरी और गोमेज परिवार के शरीर पर क्यों हैं इतने बाल?
लैरी समेत गोमेज परिवार के 4 सदस्य जन्मजात सामान्यीकृत हाइपरट्रिकोसिस (CGH) से पीड़ित हैं, जो एक बेहद दुर्लभ अनुवांशिक बीमारी है। गोमेज परिवार को यह बीमारी जन्म से है। 2009 की एक रिपोर्ट के अनुसार, अभी तक इस बीमारी के 100 से भी कम मामले पहचान में आए हैं। CGH जीवन के लिए घातक नहीं है, लेकिन इसके कारण मनोसामाजिक आघात का सामना करना पड़ता है। इसमें कभी-कभी दांतों की विसंगतियां और बहरापन भी हो सकता है।