अयोध्या में फिर बना विश्व रिकॉर्ड, 22 लाख से ज्यादा दीयों से जगमगाई राम की नगरी
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में दीपोत्सव का आयोजन इतने भव्य तरीके से किया गया कि इसने एक बार फिर से इतिहास रच दिया है। इस साल के दीपोत्सव में सरयू तट पर 22 लाख से ज्यादा दीये जलाए गए हैं।
इतनी बड़ी संख्या में दीये जलाने को लेकर अयोध्या ने फिर से गिनीज विश्व रिकॉर्ड कायम किया है। यह रिकॉर्ड आयोध्यावासियों के लिए गर्व की बात है।
इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को प्रमाण पत्र भी सौंपा गया है।
मामला
ड्रोन से की गई दीपों की गणना
जानकारी के मुताबिक, अयोध्या में 11 नवंबर को शाम के समय दीपोत्सव समारोह के दौरान एक ही समय में 51 घाटों पर लगभग 22.23 लाख मिट्टी के दीये जलाए।
इसके बाद गिनीज बुक रिकॉर्ड्स की तरफ से ड्रोन से दीपों की गणना की गई, जिसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री को प्रमाण पत्र सौंपा।
इसके अलावा यहां रामायण, रामचरितमानस और विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर आधारित 18 झांकियों के साथ एक भव्य शोभायात्रा भी निकाली गई, जिसमें लोक कलाकारों ने भी प्रस्तुति दी।
बयान
प्रमाण पत्र लेकर क्या बोले योगी?
गिनीज रिकॉर्ड का प्रमाण पत्र हासिल करने के बाद योगी ने कहा कि यह उपलब्धि रामभक्तों को समर्पित है और अब समय आ गया है कि अयोध्यावासी अगले साल 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के लिए तैयार रहें।
उन्होंने कहा, "वर्तमान पीढ़ी सबसे भाग्यशाली है क्योंकि वे उस क्षण के साक्षी बनेंगे जब रामलला विराजमान होंगे। यह 500 सालों के लंबे इंतजार के बाद हुआ है। भगवान राम का भव्य तरीके से स्वागत करने के लिए तैयार रहें।"
बयान
"अयोध्या के विकास के लिए लगातार कर रहें काम"
योगी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए यह भी कहा कि डबल इंजन सरकार अयोध्या के विकास के लिए 24 घंटे काम कर रही है।
उन्होंने कहा, "वर्तमान में यहां पर 170 से ज्यादा परियोजनाएं प्रगति पर हैं, जिन पर लगभग 30,500 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। अगर हम निजी निवेश को भी शामिल करें तो 22 जनवरी तक 50,000 करोड़ रुपये की परियोजनाएं तैयार हो जाएंगी, जिससे अयोध्यानिवासियों के लिए रोजगार भी पैदा होगा।"
संख्या
दीपोत्सव में हर साल बढ़ रही दीयों की संख्या
अयोध्या में दीपोत्सव कार्यक्रम की शुरुआत साल 2017 से हुई थी। उसके बाद से ही यहां हर साल दीपकों की संख्या में इजाफा हो रहा है।
साल 2017 में आयोजित दीपोत्सव में 1.71 लाख दीपक जलाए गए थे। उसके बाद साल 2018 में 3.01 लाख, 2019 में 4.04 लाख, 2020 में 6.06 लाख, 2021 में 11 लाख और 2022 में 15.76 लाख दीपक जलाए गए थे।
इस बार दीपोत्सव 2023 में 22.23 लाख दीपकों का रिकॉर्ड बनाया गया है।