Page Loader
ऑस्ट्रेलिया: इस बच्ची को है खतरनाक बीमारी, खुद के आंसू और पसीने से ही है एलर्जी
इस बच्ची को है आंसू और पसीने से एलर्जी

ऑस्ट्रेलिया: इस बच्ची को है खतरनाक बीमारी, खुद के आंसू और पसीने से ही है एलर्जी

लेखन गौसिया
Jan 22, 2024
03:26 pm

क्या है खबर?

कई लोगों को धूल-मिट्टी, दूध, कपड़ों और दवाओं जैसी अलग-अलग चीजों से एलर्जी होती है, लेकिन क्या आपने कभी खुद के आंसू और पसीने से ही होने वाली एलर्जी के बारे में सुना है? ऑस्ट्रेलिया में रहने वाली एक बच्ची ऐसी ही एलर्जी से पीड़ित है, जिसके कारण उसे असहनीय दर्द सहना पड़ता है। फिलहाल बच्ची का इलाज चल रहा है। आइये बच्ची की इस स्थिति के बारे में विस्तार से जानते हैं।

मामला

क्या है मामला?

रिपोर्ट्स के मुताबिक, 11 वर्षीय सुम्मा विलियम्स नामक बच्ची को खतरनाक एलर्जी है। उन्हें 2022 के अंत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जब उनकी त्वचा सूखकर दरारों में बदल गई थी। सुम्मा की पूरी त्वचा लाल हो गई थी और यहां तक कि उनकी त्वचा की परत के नीचे सूजन तक आ गई थी। त्वचा से जुड़ी इस बीमारी के कारण उन्हें अपने आंसू और पसीने से भी एलर्जी हो गई है।

बयान

सुम्मा की मां ने क्या कहा?

सुम्मा की मां कैरन जिम्नी ने बताया कि उन्हें लगा कि उनकी बेटी को सनबर्न हुआ है, लेकिन जब वह गर्मी के मौसम में भी कांप रही थी और रातभर उसकी त्वचा पर खुजली हो रही थी तो वे परेशान हो उठीं। उन्होंने बताया, "इलाज के लिए हम अस्पताल गए तो पता चला कि उसे स्टैफ संक्रमण (त्वचा पर खुजली, सूजन और लालिमा हो जाना) है, जिसके बाद उसे एंटी-बायोटिक्स दी गई। नहाते समय उसकी त्वचा झड़ रही थी।"

एलर्जी

सुम्मा को इस कारण हुई एलर्जी

सुम्मा की परेशानी यहीं हल नहीं हुई क्योंकि उनमें स्टैफ संक्रमण के अलावा एक्जिमा की समस्या का भी पता चला, जिसमें उन्हें अपने ही आंसू और पसीने से एलर्जी हो गई। फिलहाल सुम्मा एक्जिमा के उपचार के लिए इंजेक्शन ले रही है, लेकिन अभी भी उनके चेहरे पर दर्दनाक जलन होती है। सुम्मा को डांस करना बहुत पसंद हैं, लेकिन एलर्जी के कारण वह डांस नहीं कर पाती, जिसका उन्हें बहुत दुख है।

बयान

इस बीमारी में काम करने वाली दवा की बढ़ी मांग

इस मामले पर ऑस्ट्रेलिया में त्वचा उत्पाद बनाने वाली कंपनी मूगू के मुख्य कार्यकारी मेलोडी लिविंगस्टोन ने बताया, "हमारी इर्रिटेबल स्किन बाम एक्जिमा क्रीम की बिक्री में पिछले साल 70 प्रतिशत से ज्यादा वृद्धि हुई है और पिछले साल की तुलना में दोगुने ऑर्डर हैं। उनकी मांगों को पूरा करना मुश्किल है।" उन्होंने आगे कहा कि कई माता-पिता उनसे पूछते हैं कि वे अपने बच्चों की त्वचा के लिए क्या कर सकते हैं।

जानकारी

इन समस्याओं का नहीं है कोई इलाज

जानकारी के मुताबिक, ऑस्ट्रेलियाई बच्चों में एक्जिमा की समस्या दुनिया में सबसे ज्यादा देखी गई है। एक्जिमा एसोसिएशन ऑफ ऑस्ट्रेलिया का कहना है कि एक्जिमा 30 प्रतिशत बच्चों और 10 प्रतिशत वयस्कों को अलग-अलग स्तर पर प्रभावित कर रहा है और बहुत से लोग मौसम को इसके पीछे का कारण मानते हैं। फिलहाल एक्जिमा, सोरायसिस या डर्मेटाइटिस जैसी समस्याओं को कोई इलाज नहीं है, इसलिए इनसे पीड़ित लोगों के लिए लक्षणों को नियंत्रण में रखना जरूरी है।