अमेरिका: दोबारा जिंदा होने की चाहत, -196 डिग्री पर जमाए जा रहे हैं मृत शरीर
अमेरिका के अमीर लोग भविष्य में हजारों साल बाद जीवित होने की आस में अपनों के मृत शरीर को जमा रहे हैं। अल्कोर लाइफ एक्सटेंशन फाउंडेशन नाम की क्रायोनिक्स कंपनी यह सेवा प्रदान कर रही है। यह कंपनी लोगों के शव को जमा देने वाले तापमान में तब तक रखेगी, जब तक भविष्य की प्रौद्योगिकियां उन्हें जीवित न कर दें। वर्त्तमान में इस कंपनी में 1400 सदस्य हैं और वे अब तक करीब 230 शवों को संरक्षित कर चुके हैं।
दुनियाभर में अब तक 500 शव इस प्रक्रिया से गुजरे
क्रायोनिक्स जीवित कोशिकाओं, ऊतकों और जैविक सामग्रियों को 0 से नीचे के तापमान पर जमाकर उन्हें संरक्षित करने की प्रक्रिया है। आमतौर पर इसमें शवों को -196 डिग्री सेल्सियस पर संग्रहित किया जाता है। लोगों का मानना है कि इससे जमे हुए, वृद्ध और रोगग्रस्त मृत व्यक्तियों को भविष्य की प्रौद्योगिकियों द्वारा बहाल करके हजारों साल बाद जीवन में वापस लाया जा सकता है। वैश्विक स्तर पर लगभग 500 लोगों के शव पहले ही इस प्रक्रिया से गुजर चुके हैं।
मृत शरीर को जमाने की कीमत है 1.8 करोड़ रुपये
पूरे शरीर के क्रायोप्रिजर्वेशन की लागत 1.8 करोड़ रुपये है। इसके अलावा न्यूरोक्रायोप्रिजर्वेशन की कीमत 66 लाख रुपये है, जो कटे हुए सिर के अंदर केवल मस्तिष्क को फ्रीज करने की प्रक्रिया है। इस प्रक्रिया में बर्फ के क्रिस्टल के गठन को रोकने के लिए शरीर के रक्त को क्रायोप्रोटेक्टेंट समाधान के साथ बदला जाता है। इसके बाद शव को -196 डिग्री सेल्सियस तक ठंडा किया जाता है और लिक्विड नाइट्रोजन वाले वैक्यूम-इंसुलेटेड धातु कंटेनर में संग्रहित किया जाता है।
लोग अपनी संपत्ति को भी रख रहे हैं सुरक्षित
अमीर लोग संभावित भविष्य के जीवन के लिए अपनी संपत्ति को भी सुरक्षित रखने में रुचि रखते हैं। इसके लिए वे हाउस जैसे संपत्ति वकीलों की मदद से "पुनरुद्धार ट्रस्ट" बना रहे हैं। ये ट्रस्ट वंशावली ट्रस्टों की तरह ही काम करते हैं, जिनका इस्तेमाल अमेरिका में अमीरों द्वारा पीढ़ियों तक धन हस्तांतरित करते समय संघीय कर से बचने के लिए किया जाता है। इनमें यह अंतर है कि जमे हुए लोग पुनरुद्धार ट्रस्ट से खुद को धन हस्तांतरित करेंगे।
यह विज्ञान नहीं, महज एक कहानी है- वैज्ञानिक
अधिकांश लोग क्रायोनिक्स प्रक्रिया को महज एक धोखा मानते हैं। जिन सदस्यों ने क्रायोनिक्स का उपयोग किया था, उन्हें सोसायटी फॉर क्रायोबायोलॉजी द्वारा अस्वीकार कर दिया गया था। सोसायटी फॉर क्रायोबायोलॉजी ने एक सार्वजनिक बयान में कहा था कि क्रायोनिक्स विज्ञान नहीं है और यह व्यक्तियों के लिए एक व्यक्तिगत पसंद है। वैज्ञानिकों ने स्पष्ट रूप से कहा है कि यह इस समय की विज्ञान से जुड़ी एक कहानी जैसा है।