दुनिया के सबसे बड़े स्टेगोसॉरस डायनासोर के कंकाल की होगी नीलामी, करोड़ों में बिकने की आशंका
अब तक पाया गया दुनिया का सबसे बड़ा स्टेगोसॉरस डायनासोर का कंकाल अगले सप्ताह अमेरिका के न्यूयॉर्क में नीलम होने वाला है। इसकी अनुमानित कीमत करीब 60 लाख डॉलर (करीब 50 करोड़ रुपये) तक लगाई जा सकती है। इस स्टेगोसॉरस कंकाल का नाम एपेक्स है और यह करीब 15 करोड़ वर्ष पुराना बताया जा रहा है। यह कंकाल 11 फीट (3.3 मीटर) लंबा और लगभग 27 फीट (8.2 मीटर) चौड़ा है।
इस स्टेगोसॉरस डायनासोर के कंकाल का 70-80 प्रतिशत हिस्सा है मौजूद
बुधवार को इसे सोथबी नामक नीलामी घर में प्रदर्शित करने के लिए रखा गया था और 17 जुलाई को इसकी बिक्री तक इसे प्रदर्शित किया जाएगा। सोथबी के विज्ञान और लोकप्रिय संस्कृति के वैश्विक प्रमुख कैसंड्रा हैटन ने इसे दुर्लभ बताया। उन्होंने कहा, "अगर आपको डायनासोर का आधा हिस्सा मिल जाए, तो यह एक महत्वपूर्ण वैज्ञानिक खोज मानी जाएगी। 60 प्रतिशत मिलना अविश्वसनीय है और जब आप 70-80 प्रतिशत तक पहुंच जाते हैं, तो पूरी दुनिया ध्यान देती है।"
वैज्ञानिक समुदाय ने इसकी नीलामी पर उठाए सवाल
इसे एपेक्स नाम स्टेगोसॉरस परिवार के भीतर इसकी प्रमुखता को उजागर करने के लिए दिया गया था। नीलामी घर ने एपेक्स का मूल्य 40-60 लाख (करीब 33-50 करोड़ रुपये) होने का अनुमान लगाया है, जो की बढ़ भी सकता है। हालांकि, प्रतिष्ठित डायनासोर जीवाश्मों की बिक्री की वैज्ञानिक समुदाय ने आलोचना की है। उनका कहना है कि अवशेषों को संग्रहालयों या अन्य सार्वजनिक स्थानों पर संरक्षित किया जाना चाहिए और निजी बोलीदाताओं को नहीं बेचा जाना चाहिए।
मई 2022 में एक निजी भूमि पर पाया गया था स्टेगोसॉरस कंकाल
एपेक्स की खोज मई 2022 में अमेरिका स्थित कोलोराडो के मॉरिसन फॉर्मेशन में जीवाश्म विज्ञानी जेसन कूपर की निजी भूमि पर की गई थी। सोथबी ने खोज, उत्खनन, पुनर्स्थापन, तैयारी और स्थापना की पूरी प्रक्रिया का दस्तावेजीकरण करने के लिए कूपर के साथ मिलकर काम किया था। हैटन ने कहा, "हम इसकी प्रामाणिकता की गारंटी लेने में सक्षम हैं। हमने इसे जमीन से बाहर आने से लेकर इसे यहां लाने तक की गई सभी प्रक्रियाओं को देखा है।"
बुढ़ापे के कारण हुई होगी एपेक्स की मृत्यु
हैटन ने कहा, "एपेक्स एक वयस्क उम्र का डायनासोर था और उसने शांतिपूर्ण जीवन जिया था।" उन्होंने आगे कहा, "उसकी हड्डियां जुड़ी हुई हैं, जो हमें बताती है कि उसे गठिया था। उसपर काटने का निशान या लड़ाई का कोई अन्य निशान नहीं है, इसलिए यह माना जा रहा है कि इसकी मृत्यु बुढ़ापे के कारण हुई होगी।" विशेषज्ञ यह सुनिश्चित करने में सक्षम थे कि जानवर ने मृत्यु के वक्त अपनी पूंछ को शरीर के नीचे दबाया था।