जानिए इतिहास में कब-कब ओलंपिक खेलों का नहीं हो सका है आयोजन
पेरिस ओलंपिक की शुरुआत होने में अब एक हफ्ते से भी कम समय बचा है। 26 जुलाई से शुरू होने वाले खेलों के इस महाकुंभ में भारत के कुल 117 खिलाड़ी हिस्सा लेने के लिए तैयार हैं। इतिहास में अब तक 3 बार ग्रीष्मकालीन ओलंपिक रद्द हुए हैं। इसके अलावा पिछले टोक्यो ओलंपिक का आयोजन स्थगित होने के बाद किया गया था। इस बीच ओलंपिक आयोजनों के रद्द होने की घटनाओं के बारे में जानते हैं।
बर्लिन ओलंपिक (1916)
ग्रीष्मकालीन ओलंपिक का छठा संस्करण जर्मनी की राजधानी बर्लिन में होने वाला था। 1916 में प्रथम विश्व युद्ध के कारण वह संस्करण नहीं खेला जा सका था। विशेष रूप से बर्लिन ने उस संस्करण के आयोजन की मेजबानी के लिए अलेक्जेंड्रिया, एम्स्टर्डम, ब्रुसेल्स, बुडापेस्ट और क्लीवलैंड को पीछे छोड़ा था। इसके 2 दशक बाद 1936 में इस शहर में ही ओलंपिक खेलों का सफलतापूर्वक आयोजन हुआ था।
टोक्यो ओलंपिक (1940)
1940 में टोक्यो में होने वाले ओलंपिक को भी रद्द कर दिया गया था। इसका कारण द्वितीय विश्व युद्ध था। जापान की राजधानी टोक्यो के पास इस आयोजन की शुरुआती मेजबानी का अधिकार था। हालांकि, 1937 में द्वितीय चीन-जापान युद्ध छिड़ जाने के बाद टूर्नामेंट को बाद में फिनलैंड के हेलसिंकी में स्थानांतरित कर दिया गया था। आखिरकार टूर्नामेंट को रद्द करना पड़ा था। उस साल मेजबानी से चूक जाने वाले टोक्यो ने फिर 1964 में मेजबानी की थी।
लंदन ओलंपिक (1944)
द्वितीय विश्व युद्ध के कारण 1944 के खेलों को भी रद्द किया गया, जिसकी मेजबानी लंदन को करनी थी। ऐसे में ये खेल 12 साल तक नहीं हो पाए। 1936 के बर्लिन खेलों के बाद यह आयोजन अगली बार 1948 में हुआ। लंदन ने 1948 में ओलंपिक का आयोजन किया, लेकिन उन्होंने जर्मन और जापानी एथलीट्स को इसमें हिस्सा लेने से रोक दिया था। उस दौरान इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी (IOC) भी इस मामले में कोई दखल नहीं दे सकी थी।
कोरोना के चलते एक साल के लिए स्थगित हुए थे टोक्यो ओलंपिक 2020
टोक्यो ओलंपिक का आयोजन 2020 में होना था, लेकिन कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण उन्हें 1 साल के लिए स्थगित करना पड़ा था। आखिरकार 23 जुलाई, 2021 से 8 अगस्त, 2021 तक इन खेलों का आयोजन हुआ था।