वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया, पुरुषों में जेरेमी चूके
भारतीय महिला भारोत्तोलक और पूर्व विश्व चैंपियन मीराबाई चानू ने टोक्यो ओलंपिक के लिए आधिकारिक तौर पर क्वालीफाई कर लिया है। अंतरराष्ट्रीय भारोत्तोलन महासंघ (IWF) द्वारा घोषित की गई 'एब्सोल्यूट रैंकिंग लिस्ट' में मीराबाई दूसरे स्थान पर रहीं। वह आगामी ओलंपिक खेलों में भारोत्तोलन में हिस्सा लेने वाली इकलौती भारतीय होंगी। दूसरी तरफ पुरुषों में जेरेमी लालरिनुंगा ओलंपिक में अपनी जगह पक्की नहीं कर सके। एक नजर पूरी खबर पर।
दूसरी बार ओलंपिक खेलों में हिस्सा लेंगी मीराबाई
IWF द्वारा शनिवार को जारी एब्सोल्यूट रैंकिंग लिस्ट में मीराबाई चानू को 49 किग्रा वर्ग (4133,6172 अंक) में दूसरे स्थान पर रखा गया है। पूर्व विश्व चैंपियन मीराबाई इससे पहले चौथे स्थान पर थी लेकिन उत्तर कोरिया के टोक्यो ओलंपिक से हट जाने के बाद वह रैंकिंग में दूसरे स्थान पर पहुंच गई हैं। मीराबाई इससे पहले टोक्यो ओलंपिक में भी हिस्सा ले चुकी हैं, जहां उन्होंने निराशाजनक प्रदर्शन किया था।
SAI ने भी किया ट्वीट
मीराबाई के नाम क्लीन एंड जर्क में विश्व रिकॉर्ड है
मीराबाई चानू ने अप्रैल में ताशकंद में हुए एशियन वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में टोक्यो ओलंपिक का टिकट हासिल कर लिया था। उज्बेकिस्तान में हुई प्रतियोगिता में 26 वर्षीय मीराबाई ने क्लीन एंड जर्क में 119 किग्रा भार उठाया और नया विश्व रिकॉर्ड अपने नाम किया था। हालांकि, स्नैच में वह कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर सकी थी और उन्हें उस प्रतियोगिता में कांस्य पदक से ही संतोष करना पड़ा था।
एब्सोल्यूट रैंकिंग लिस्ट में 12वें स्थान पर रहे जेरेमी
2018 के युवा ओलंपिक चैंपियन जेरेमी लालरिनुंगा ओलंपिक में जगह बनाने से चूक गए। 18 वर्षीय जेरेमी पिछले महीने ताशकंद में हुए जूनियर विश्व चैम्पियनशिप में चौथे स्थान पर रहे थे। जेरेमी पुरुषों की 67 किग्रा श्रेणी में एब्सोल्यूट रैंकिंग लिस्ट में 12वें स्थान पर हैं। वह दक्षिण कोरिया के हान म्योंग-मोक से बिल्कुल पीछे रहे, जो एशिया महाद्वीप के कोटे से ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुके हैं।
ऐसा है ओलंपिक क्वालिफिकेशन का गणित
IWF के नियम के मुताबिक, प्रत्येक भारवर्ग से 14 खिलाड़ी हिस्सा लेंगे। एब्सोल्यूट रैंकिंग के आधार पर शीर्ष आठ भारत्तोलक सीधे ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करते हैं वहीं पांच कोटे उपमहाद्वीप से मिलते हैं। बचा हुआ एक स्थान मेजबान देश के लिए तय होता है।