न्यूजीलैंड बनाम भारत: इन कारणों से भारत को झेलना पड़ा वनडे सीरीज़ में क्लीन स्वीप
क्या है खबर?
न्यूजीलैंड ने तीन मैचों की वनडे सीरीज़ में भारत को क्लीन स्वीप करते हुए टी-20 सीरीज़ के क्लीन स्वीप का बदला ले लिया है।
आखिरी वनडे में न्यूजीलैंड ने भारत के 297 रनों के टार्गेट को पांच विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया।
वनडे सीरीज़ के तीनों मैचों में न्यूजीलैंड टीम टॉप पर रही और उन्होंने हर मामले में भारत को पीछे छोड़ा।
आइए जानते हैं भारत की सीरीज़ हार के प्रमुख कारण क्या रहे।
#1
नई ओपनिंग जोड़ी हुई फेल
इस सीरीज़ से पहले ही रोहित शर्मा चोट के कारण भारतीय टीम से बाहर हो गए थे।
युवा पृथ्वी शॉ और मयंक अग्रवाल को ओपनिंग की जिम्मेदारी दी गई थी और वे इसका फायदा उठाने में नाकामयाब रहे।
शॉ तीनों मैचों में क्रमशः 20, 24 और 40 रन बना सके तो वहीं मयंक ने 32, 3 और एक रन की पारी खेली।
ओपनिंग जोड़ी के फेल होने से भारतीय टीम को शुरुआत में दबाव झेलना पड़ा।
#2
बुमराह का विकेट नहीं ले पाना भारत को पड़ा भारी
तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने वनडे सीरीज़ में काफी किफायती गेंदबाजी की, लेकिन विकेट लेने में नाकाम रहे।
यह पहला मौका है जब बुमराह को तीन मैचों की वनडे सीरीज़ में एक भी विकेट नहीं मिला है।
बुमराह ने लगातार बल्लेबाजों को बांधकर रखा, लेकिन उनके विकेट नहीं ले पाने का नुकसान भारत को उठाना पड़ा।
इस सीरीज़ में बुमराह की इकॉनमी भी पांच से ऊपर की रही।
#3
फील्डिंग ने किया काफी निराश
इस सीरीज़ में भारतीय टीम की फील्डिंग काफी खराब रही और उन्होंने अहम मौकों पर गल्तियां की।
तीसरे वनडे का ही उदाहरण लें तो भारत ने हेनरी निकल्स को दो मौकों पर रन आउट से बचने का मौका दिया।
इसी प्रकार पूरे सीरीज़ में भारतीय टीम से रन आउट के मौके छूटे, कैच टपके और साथ ही अतिरिक्त रन भी गए।
सीरीज़ हारने में खराब फील्डिंग ने भी अहम भूमिका निभाई।
#4
बल्लेबाजी में कोहली की फॉर्म ने किया निराश
भारतीय टीम ओपनर्स और विराट कोहली के दम पर ज़्यादातर मुकाबले जीतती आई है।
इस दौरे पर रोहित शर्मा की गैरमौजूदगी के बाद कोहली की जिम्मेदारी बढ़ गई थी, लेकिन कप्तान ने अपनी टीम को निराश किया।
पहले मैच में 51 रनों की पारी खेलने वाले कोहली अगले दो मैचों में 15 और नौ रनों की पारी ही खेल सके।
अक्सर ऐसा होता है कि कोहली के फेल होने के बाद भारतीय टीम को जीत मिलना मुश्किल हो जाता है।
#5
कोहली ने की काफी खराब कप्तानी
तीनों मैचों मेें कोहली ने काफी निराश करने वाली कप्तानी की। सबसे पहले तो उन्होंने टीम सिलेक्शन में काफी गड़बड़ी की।
टी-20 सीरीज़ में लगातार अच्छा प्रदर्शन करने वाले मनीष पाण्डेय की जगह केदार जाधव को दो मैच में उतारना कोहली की बड़ी गलती थी।
शार्दुल ठाकुर के लगातार महंगा साबित होने के बावजूद उन्हें तीनों मैच खिलाकर मोहम्मद शमी को बाहर रखना भी समझ से परे था।
जानकारी
इस सीरीज़ का सकारात्मक पहलू रहे अय्यर
श्रेयस अय्यर ने इस सीरीज़ में एक शतक और दो अर्धशतक लगाकर चार नंबर का स्थाई बल्लेबाज बनाने का दावा मजबूती से ठोका है। राहुल और अय्यर ने इस सीरीज़ में मिलकर 421 रन बनाए तो वहीं बाकी पूरी भारतीय टीम ने 423 रन बनाए।