
पेरिस पैरालंपिक 2024: भारत ने अब तक जीते 27 पदक, अंक तालिका में क्या है स्थिति?
क्या है खबर?
पेरिस पैरालंपिक 2024 में शुक्रवार को भारत को 3 पदक मिल पाया। अब भारत के 27 पदक हो गए हैं। पहला पदक कपिल परमार ने जूडो में दिलाया।
इसके बाद प्रवीण कुमार ने ऊंची कूद में स्वर्ण पदक जीता। देर रात होकाटो सेमा ने कांस्य पदक अपने नाम किया।
उन्होंने यह पदक गोला फेंक स्पर्धा में जीता। भारत के 6 स्वर्ण, 9 रजत और 12 कांस्य हो गए हैं। यह पैरालंपिक के इतिहास में भारत का सबसे शानदार प्रदर्शन है।
स्थान
अंक तालिका में क्या है भारत की स्थिति?
भारत अंक तालिका में 17वें स्थान पर है। पहले स्थान पर 188 पदक के साथ चाइना है। दूसरे स्थान पर 100 पदक के साथ ग्रेट ब्रिटेन है। अमेरिका 86 पदक के साथ तीसरे स्थान पर है।
प्रवीण ने तो शुक्रवार को 2.08 मीटर की कूद के साथ एशियाई रिकॉर्ड भी बना लिया। होकाटो नागालैंड के पहले ऐसे खिलाड़ी बने हैं, जिन्होंने पैरालंपिक में भारत को पदक दिलाया है।
टोक्यो पैरालंपिक में भारत ने 19 पदक जीते थे।
आगाज
कपिल ने किया आगाज
शुक्रवार को भारत को पहला पदक कपिल ने दिलाया। उन्होंने पुरुषों के पैरा-जूडो 60 किलोग्राम J1 कैटेगरी में कांस्य पदक जीता।
उन्होंने ब्राजील के एलिटन डी ओलिविएरा को 33 सेकेंड में 10-0 से हरा दिया।
यह पैरालंपिक के इतिहास में जूडो के खेल में भारत का पहला पदक है। सेमीफाइनल में कपिल ईरान के एस बनिताबा खोर्रम अबादी से हार गए थे। कपिल मध्य प्रदेश के शिवोर नाम के गांव से हैं।
दूसरा
प्रवीण ने दिलाया दूसरा पदक
पुरुषों की ऊंची कूद टी-54 स्पर्धा में प्रवीण ने स्वर्ण पदक दिलाया। प्रवीण ने 2.08 मीटर की कूद से एशियाई रिकॉर्ड भी बना लिया।
21 साल के प्रवीण ऊंची कूद में स्वर्ण पदक जीतने वाले सिर्फ दूसरे भारतीय खिलाड़ी हैं।
इससे पहले मरियप्पन थंगवेलु ऐसे खिलाड़ी रहे हैं, जिन्होंने ऊंची कूद में भारत के लिए स्वर्ण पदक जीता है। उन्होंने 2016 के रियो पैरालंपिक खेल में यह कारनाम किया था।
जीत
शुक्रवार को इस खिलाड़ी ने दिलाया तीसरा पदक
पुरुषों के एफ-57 फाइनल मुकाबले में नागालैंड के 40 वर्षीय होकाटो होतोजे सेमा ने कांस्य पदक जीता।
उन्होंने अपने चौथे प्रयास में 14.65 मीटर दूर शानदार थ्रो किया। यह उनका व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी है।
होकाटो इससे पहले एशियाई पैरालंपिक खेल में भी कांस्य पदक अपने नाम कर चुके हैं। उस मुकाबले में 14.07 मीटर के प्रयास के साथ एक और भारतीय खिलाड़ी सोमन राणा 5वें स्थान पर रहे।