पेरिस पैरालंपिक 2024: भारत ने पहली बार जूडो में जीता पदक, कपिल परमार ने दिलाया कांस्य
पेरिस पैरालंपिक 2024 में भारत का शानदार प्रदर्शन जारी है। खेल के 8वें दिन भारत का 25वां पदक जूडो के खेल में आया है। कपिल परमार ने पुरुषों के पैरा-जूडो 60 किलोग्राम J1 कैटेगरी में कांस्य पदक दिलाया है। उन्होंने ब्राजील के एलिटन डी ओलिविएरा को 33 सेकेंड में 10-0 से हरा दिया। यह पैरालंपिक के इतिहास में जूडो के खेल में भारत का पहला पदक है। सेमीफाइनल में कपिल ईरान के एस बनिताबा खोर्रम अबादी से हार गए थे।
चाय की दुकान चलाते हैं कपिल
कपिल मध्य प्रदेश के शिवोर नाम के गांव से हैं। बचपन में उनके साथ एक बड़ी दुर्घटना हो गई थी। उन्होंने गलती से पानी के पंप को छू लिया था, जिससे उन्हें बिजली का बहुत तेज झटका लगा था। इसके बाद कपिल लगातार 6 महीने तक कोमा में रहे थे। उनके पिता टैक्सी चलाते हैं। वह 4 भाइयों और एक बहन में सबसे छोटे हैं। कपिल अपने भाई ललित के साथ मिलकर एक चाय की दुकान भी चलाते थे।
भारत के पास 25 पदक
पैरालंपिक खेल में भारत के अब 25 पदक हो गए हैं। ये 1 पैरालंपिक में भारत के लिए जीते गए सबसे ज्यादा पदक हैं। इससे पहले भारत ने टोक्यो पैरालंपिक में कुल 19 पदक अपने नाम किए थे। 25 पदकों में भारत के पास 5 स्वर्ण समेत, 9 रजत और 11 कांस्य पदक है। चीन 166 पदकों के साथ पहले स्थान पर है। ग्रेट ब्रिटेन 84 पदकों के साथ दूसरे और अमेरिका 77 पदकों के साथ तीसरे नंबर पर है।
भारतीय पैरालंपिक समिति का लक्ष्य हुआ पूरा
बता दें, भारतीय पैरालंपिक समिति ने इन खेलों से पहले कम से कम 25 पदक जीतने की उम्मीद जताई थी। अब यह लक्ष्य पूरा हो चुका है। अभी भारत अंक-तालिका में 16वें स्थान पर बना हुआ है। आज भी भारत कई पदक जीत सकता है।