ICC ने लागू किए नए क्रिकेट नियम, टूर्नामेंटों में सात अतिरिक्त खिलाड़ी साथ जा सकेंगी टीमें
क्या है खबर?
कोरोना महामारी के बीच खिलाड़ियों के लिए बायो बबल और क्वारंटाइन नई चुनौती बनकर सामने आया है।
ऐसे ही समस्याओं को ध्यान में रखते हुए अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने टीमों को टूर्नामेंटों में सात अतिरिक्त खिलाड़ी या सहयोगी स्टाफ को अपने साथ जाने की अनुमति दे दी है।
ICC की वर्चुअल बैठकों के बाद इस बारे में यह अहम फैसला लिया गया है।
आइए एक नजर डालते हैं पूरी खबर पर।
जानकारी
टी-20 विश्व कप में आ सकेगा 30 सदस्यीय दल
इसका मतलब है अब अधिकतम 30 सदस्यीय दल (खिलाड़ी और सपोर्ट स्टाफ) किसी ICC के टूर्नामेंट के लिए जा सकेंगे।
पिछले साल ICC ने सीनियर पुरुष और महिला क्रिकेट के लिए अधिकतम 23 सदस्यीय दल (15 खिलाड़ी और 08 सपोर्ट स्टाफ) की अनुमति दी थी।
साल के अंत में भारत में होने वाले ICC टी-20 विश्व कप में किसी भी टीम के अधिकतम 22 खिलाड़ी टूर्नामेंट के लिए आ सकेंगे।
जानकारी
महिलाओं के एकदिवसीय विश्व कप में भी होगा फायदा
ICC के इस फैसले का लाभ अगले साल मार्च में न्यूजीलैंड में आयोजित होने वाले महिलाओं के एकदिवसीय विश्व कप में भी मिल सकेगा। इस विश्व कप में अब 30 सदस्यीय दल (अधिकतम 22 खिलाड़ी) टूर्नामेंट के लिए टीम के साथ जा सकेंगे।
फायदा
टीम की लिमिट बढ़ाने से पहुंचेगा ये फायदा
पिछले एक साल से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट बायो बबल में खेला गया है। महामारी के इस दौर में खिलाड़ियों को बायो बबल और क्वारंटाइन की चुनौतियों का सामना करना पड़ा है।
ऐसी कठिन परिस्थितियों में अगर कोई खिलाड़ी टूर्नामेंट के बीच में चोटिल हो जाता है तो अतिरिक्त खिलाड़ियों के दल के साथ टीमों के पास विकल्प होंगे।
ऐसे में यह फैसला विश्व कप जैसे बड़े टूर्नामेंट के लिए सही साबित होने वाला है।
नियम
ICC ने इन नियमों को रखा बरकरार
कोरोना के बीच तटस्थ अम्पायर्स का उपयोग किया जा रहा है, जिसे ICC ने आगे भी रखने का फैसला किया है।
वहीं कोरोना के बीच गेंद पर लार के इस्तेमाल पर रोक है, इस फैसले को भी ICC ने जारी रखा है। बता दें कोरोना काल से पहले खिलाड़ी गेंद को चमकाने के लिए लार का इस्तेमाल कर सकते थे।
हालांकि, गेंद की चमक बढ़ाने के लिए खिलाड़ी पसीने का इस्तेमाल कर सकते हैं।