भारतीय व्हीलचेयर क्रिकेटर्स ने लगाई BCCI से गुहार, कठिन परिस्थितियों से गुजर रहे हैं खिलाड़ी
भारत के व्हीलचेयर क्रिकेटर्स अभी इस बात के इंतजार में हैं कि कब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) उनका महत्व समझेगी। नेशनल टीम को सफलता दिलाने में अहम भूमिका निभाने के बावजूद खिलाड़ी अभी अपनी बकाया राशि के इंतजार में हैं। हाल ही में कई क्रिकेटर्स ने BCCI से आग्रह किया था कि उनकी कठिनाइयों को जल्द से जल्द दूर करने का काम किया जाए। आइए जानते हैं पूरी खबर।
लोढ़ा कमेटी द्वारा सुझाया गया काम करने में असफल रही है BCCI
सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त की गई लोढ़ा कमेटी ने BCCI से ऐसी कमेटी बनाने को कहा था जिससे शारीरिक रूप से अक्षम क्रिकेटर्स को बढ़ावा दिया जा सके। हालांकि, क्रिकेट बोर्ड अब तक इस चीज को पूरा करने में सफल नहीं हुई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक BCCI प्रेसीडेंट सौरव गांगुली ने व्हीलचेयर क्रिकेट इंडिया एसोसिएशन के CEO से हाल ही में बात की थी। इस मामले में अब तक कोई डेवलेपमेंट नहीं देखने को मिली है।
भारत में व्हीलचेयर क्रिकेट को लेकर गांगुली को नहीं है ज़्यादा जानकारी
भारतीय व्हीलचेयर टीम के कप्तान सोमजीत सिंह ने खुलासा किया है कि नीतियों को लेकर किसी तरह की संचार व्यवस्था नहीं है। सोमजीत ने PTI से कहा, "शारीरिक रूप से अक्षम क्रिकेटर्स के लिए नीतियां बनाने के लिए कोई संचार व्यवस्था नहीं है। सौरव गांगुली ने मदद का वादा किया था। भारत में व्हीलचेयर क्रिकेट को लेकर उन्हें ज़्यादा जानकारी नहीं है और उन्हें यह जानकर आश्चर्य हुआ था कि हम इतने अच्छे लेवल पर खेलते हैं।"
दूध बेचने से लेकर खेतों में काम करने को मजबूर हैं क्रिकेटर्स
भारत के विकेटकीपर बल्लेबाज निर्मल सिंह ढिल्लों पंजाब में दूध बेचते हैं तो वहीं तेज गेंदबाज संतोष रंजाग्ने कोल्हापुर में एक वर्कशाप में दोपहिया गाड़ियों की मरम्मत करते हैं। बल्लेबाज पोशन ध्रुव रायपुर के एक गांव में वेल्डिंग की दुकान पर काम करते हैं। कोरोना के कारण ज़्यादातर कामों के रुक जाने के बाद ध्रुव को रोजाना 150 रूपये के लिए खेतों में मजदूरी करने को मजबूर होना पड़ा है।
कमेटी के गठन में लगेगा कुछ समय- BCCI ऑफिशियल
एक BCCI ऑफिशियल ने संकेत दिया है कि व्हीलचेयर क्रिकेट के लिए ऑफिशियल सब-कमेटी का निर्माण करने में अभी और समय लगेगा। उन्होंने कहा, "वर्तमान समय में BCCI में कोई सब-कमेटी नहीं है। शारीरिक रूप से अक्षम लोगों के लिए क्रिकेट BCCI की सब-कमेटी होगी, लेकिन इसमें थोड़ा समय लगेगा। BCCI पहले ही संवैधानिक संशोधन के लिए सुप्रीम कोर्ट में अपील कर चुकी है। पहले हमें कुछ सफाई मिलने दीजिए।"