ओलंपिक खेलों की मेजबानी करने पर आखिरी कितना आता है खर्च? जानिए आंकड़े
क्या है खबर?
हर 4 साल में आयोजित होने वाले ओलंपिक खेलों का आयोजन इस बार पेरिस में शुरू हो चुका है।
इसमें 206 देशों के 10,714 एथलीट कुल 5,084 पदकों के लिए मुकाबला कर रहे हैं। इसको लेकर पूरी दुनिया में उत्साह है, लेकिन क्या आप जानते हैं एक ओलंपिक की मेजबानी पर कितना खर्च आता है?
दरअसल ओलंपिक खेलों के आयोजन पर हजारों करोड़ रुपये खर्च होते हैं। ऐसे में इसकी मेजबानी करना किसी चुनौती से कम नहीं है।
पेरिस
पेरिस ओलंपिक के आयोजन पर कितना होगा अनुमानित खर्च?
एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स की रिपोर्ट के अनुसार, पेरिस ओलंपिक 2024 की मेजबानी पर 10 बिलियन डॉलर (करीब 83,000 करोड़ रुपये) का खर्च आने की उम्मीद है। हालांकि, यह शुरुआती बजट अनुमान का 25 प्रतिशत हिस्सा ही है।
दरअसल, ओलंपिक खेलों में स्टेडियम और खेल सुविधाओं के विकास के साथ पर्यटन, सुरक्षा सहित अन्य सुविधाओं के विस्तार पर मोटा खर्च आता है।
ऐसे में छोटे देशों के लिए इसकी मेजबानी करना काफी चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
खर्च
पिछले 7 ओलंपिक खेलों पर कितना आया था खर्च?
फर्स्ट पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, 1996 के अटलांटा ओलंपिक पर 4.7 बिलियन डॉलर (करीब 16,400 करोड़ रुपये), सिडनी ओलंपिक 2000 पर 5.2 बिलियन डॉलर (23,000 करोड़), एथेंस ओलंपिक 2004 पर 3.1 बिलियन डॉलर (14,000 करोड़), बीजिंग ओलंपिक 2008 पर 8.3 बिलियन डॉलर (35,700 करोड़), लंदन ओलंपिक 2012 पर 16.8 बिलियन डॉलर (89,000 करोड़), रियो ओलंपिक 2016 पर 23.6 बिलियन डॉलर (1.55 लाख करोड़) और टोक्यो ओलंपिक 2020 पर 13.7 बिलियन डॉलर (1.04 लाख करोड़ रुपये) खर्च हुए थे।
कारण
मोटे खर्च के बाद भी मेजबानी क्यों करते हैं देश?
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) का कहना है कि ओलंपिक खेलों की मेज़बानी करने से शक्तिशाली आर्थिक लाभ मिलते हैं।
IOC के अनुसार, खेलों की मेजबानी से अधिक नौकरियां पैदा होती हैं, पर्यटन को बढ़ावा मिलता है और शहर की वित्तीय सेहत में सुधार होता है।
यूनिवर्सिटी ऑफ लिमोज की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि 2024 ओलंपिक से पेरिस को लगभग 12.2 बिलियन डॉलर का शुद्ध आर्थिक लाभ मिलने की उम्मीद है।