
बेन स्टोक्स वनडे अंतरराष्ट्रीय में कर सकते हैं वापसी, संन्यास से वापसी के संकेत दिए
क्या है खबर?
इंग्लैंड के ऑलराउंडर बेन स्टोक्स ने इस साल जुलाई में वनडे अंतरराष्ट्रीय मैचों से संन्यास ले लिया था। उन्होंने अपना आखिरी वनडे दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ डरहम में खेला था।
इस समय पाकिस्तान दौरे पर मौजूद स्टोक्स ने संकेत दिए हैं कि वह अगले साल होने वाले विश्व कप को ध्यान में रखते हुए वनडे अंतरराष्ट्रीय में एक बार फिर से वापसी कर सकते हैं।
इस खबर पर एक नजर डालते हैं।
बयान
वनडे वापसी को लेकर क्या बोले स्टोक्स?
स्टोक्स ने स्पष्ट किया कि इंग्लैंड पुरुष टीम के निदेशक रॉब की ने पिछले सप्ताह अबू धाबी में ट्रेंनिंग कैंप के दौरान उनसे वनडे में वापसी का आग्रह किया था।
स्टोक्स ने कहा, "मेरा ध्यान फिलहाल मौजूदा टेस्ट सीरीज पर है। लेकिन विश्व कप तक मैं क्या सोचता हूं, ये किसी को भी नहीं पता। विश्व कप खेलना शानदार रहेगा लेकिन फिलहाल मैं इसके बारे में नहीं सोच रहा हूं।"
वनडे क्रिकेट
वर्कलोड के चलते स्टोक्स ने छोड़ा था वनडे क्रिकेट
वर्कलोड का हवाला देते हुए इसी साल जुलाई में स्टोक्स ने 50 ओवर प्रारूप को अलविदा कहा था। वह खेल के तीनों प्रारूप में इंग्लैंड का प्रतिनिधित्व करते थे।
हालांकि, उन्होंने 2019 में खेले गए वनडे विश्व कप के बाद से सीमित मैचों में ही भाग लेना शुरू कर दिया था।
इससे पहले 2021 में उन्होंने मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देने के लिए क्रिकेट से ब्रेक भी लिया था।
वनडे करियर
ऐसा रहा स्टोक्स का वनडे करियर
31 साल के स्टोक्स ने 2011 में अपना वनडे डेब्यू किया था और इंग्लैंड के लिए 105 वनडे मैच खेले हैं। उन्होंने इस प्रारूप में लगभग 40 की औसत के साथ उन्होंने 2,924 रन बनाए हैं। वनडे में स्टोक्स ने तीन शतक और 21 अर्धशतक लगाए हैं।
गेंदबाजी में स्टोक्स ने लगभग 42 की औसत के साथ 74 विकेट लिए हैं। गेंदबाजी में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 61 रन देकर पांच विकेट लेना है।
वनडे विश्व कप 2019
विश्व कप जिताने में स्टोक्स ने निभाई थी अहम भूमिका
2019 में इंग्लैंड ने पहली बार क्रिकेट विश्व कप का खिताब जीता था। इंग्लैंड को चैंपियन बनाने में स्टोक्स ने अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने टूर्नामेंट में 465 रन बनाए थे और फाइनल मैच में अदभुत पारी खेली थी।
स्टोक्स को नाबाद 84 रनों की पारी की बदौलत इंग्लैंड ने मुकाबला सुपर ओवर तक खींचा था और फिर सुपर ओवर में मैच टाई होने पर बाउंड्री काउंट के आधार पर इंग्लैंड विजयी हुआ था।