ऑनलाइन खाना डिलीवर करना अब महंगा, जोमैटो-स्विगी ऑर्डर इसलिए महंगे हुए

अगर आपको ऑनलाइन खाना ऑर्डर करना पसंद है तो नया साल आपके लिए अच्छी खबर नहीं लाया है। आज 1 जनवरी, 2022 से आपको जोमैटो और स्विगी ऑर्डर्स के लिए पहले के मुकाबले ज्यादा भुगतान करना होगा। भारत सरकार की ओर से पिछले साल घोषित की गईं गाइडलाइन्स के हिसाब से अब जोमैटो और स्विगी को उनको सेवाएं देने के लिए अलग से पांच प्रतिशत वस्तु एवं सेवा कर (GST) भी देना होगा।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पिछले साल सितंबर में हुई GST काउंसिल की 45वीं बैठक में इस बदलाव से जुड़ी घोषणा की थी। उन्होंने बताया था कि स्विगी और जोमैटो जैसे फूड डिलिवरी प्लेटफॉर्म्स को अब पार्टनर रेस्टोरेंट्स की ओर से GST भी देना होगा। यानी कि नए बदलाव के साथ इन सेवाओं पर लिस्टेड जिन क्लाउड किचन्स और सेंट्रल किचन्स से यूजर्स खाना ऑर्डर करते हैं, उनके लिए खर्च बढ़ जाएगा।
अगर आप फूड डिलिवरी ऐप इस्तेमाल करते हैं तो पता होगा कि अलग-अलग ऑर्डर पर अलग-अलग टैक्स लिए जाते हैं। केंद्र सरकार चाहती है कि टैक्स की एक तय दर ऑनलाइन ऑर्डर पर भी लागू हो, जिसका भुगतान सीधे सरकार को किया जाए। आरोप लगे हैं कि कई रेस्टोरेंट्स फूड डिलिवरी ऐप्स से किए जाने वाले ऑर्डर पर टैक्स तो लगाते थे लेकिन सरकार को इसका भुगतान नहीं कर रहे थे।
केंद्र सरकार ने नियमों में बदलाव करते हुए टैक्स इकट्ठा करने की जिम्मेदारी रेस्टोरेंट्स के बजाय अब फूड डिलिवरी प्लेटफॉर्म्स को सौंप दी है। इसका कोई सीधा असर इन सेवाओं के यूजर्स या अन्य ग्राहकों पर नहीं पड़ेगा लेकिन अब रेस्टोरेंट्स के बजाय स्विगी या जोमैटो जैसी ऐप्स को टैक्स का रिकॉर्ड रखना होगा। अतिरिक्त जिम्मेदारी और काम के लिए ये कंपनियों यूजर्स के लिए डिलिवरी पर आने वाला खर्च बढ़ा सकती हैं।
प्लेटफॉर्म्स हर ऑर्डर पर पांच प्रतिशत अतिरिक्त GST लगाते थे, जबकि यूजर्स पहले ही रेस्टोरेंट्स को 18 प्रतिशत GST दे रहे होते थे। यानी कि तरीके से सरकार की ओर से किए गए बदलाव का असर मौजूदा खाने की चीजों की कीमत पर नहीं पड़ना चाहिए। हालांकि, नए टैक्स सिस्टम के हिसाब से चलने के लिए फूड डिलिवरी प्लेटफॉर्म्स अपनी सेवाएं जरूर महंगी कर सकते हैं। इन प्लेटफॉर्म्स ने अब तक टैक्स से जुड़े बदलावों पर कुछ नहीं है।
साल 2021 के आखिरी दिन नया साल सेलिब्रेट करने वालों में ढेरों ऑनलाइन ऑर्डर्स किए। सामने आया है कि स्विगी और जोमैटो ऐप्स को इस दिन औसत 7,000 से ज्यादा ऑर्डर्स हर मिनट (OPM) मिले। इससे पहले 2020 के आखिरी दिन जोमैटो को 4,254 OPM और स्विगी को 5,500 OPM मिले थे। शुक्रवार को इन दोनों प्लेटफॉर्म्स ने रात नौ बजे से पहले 20 लाख ऑर्डर्स का आंकड़ा पार कर लिया।
केंद्रीय वित्त मंत्रालय के मुताबिक नवंबर में GST कलेक्शन 1.32 खरब रुपये था। इस आंकड़े ने पिछले कई सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया था, या ये कहें की टैक्स की शुरूआत जबसे हुई है तबसे का यह दूसरा बड़ा आंकड़ा है।