
कौन हैं सीन डफी, जिन्हें ट्रंप ने नासा का अंतरिम प्रमुख नियुक्त किया?
क्या है खबर?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बीते दिन (9 जुलाई) परिवहन सचिव सीन डफी को नासा का अंतरिम प्रशासक नियुक्त किया। यह पद ट्रंप द्वारा पहले नामांकित किए गए जेरेड इसाकमैन का नाम वापस लेने के बाद से खाली था और चर्चाओं में भी बना हुआ था। एलन मस्क इसाकमैन को नासा का प्रमुख बनाना चाहते थे, लेकिन ट्रंप ने इसे उनके कारोबारी हितों के चलते अनुचित बताया और नामांकन मई में रद्द कर दिया।
प्रतिक्रिया
मस्क की नाराजगी और इसाकमैन की प्रतिक्रिया
नामांकन रद्द होने के बाद मस्क नाखुश हुए, लेकिन बुधवार को जब ट्रंप ने सीन डफी की नियुक्ति की, तो इसाकमैन ने इसे एक शानदार कदम बताया और इस फैसले का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि नासा को ऐसे व्यक्ति की जरूरत है, जिस पर राष्ट्रपति का पूरा भरोसा हो। उन्होंने डफी के अच्छे स्वास्थ्य की कामना की और भविष्य के लिए उन्हें शुभकामनाएं दीं। बता दें कि यह विवाद काफी समय से सुर्खियों में लगातार बना हुआ है।
परिचय
कौन हैं सीन डफी?
डफी पूर्व रिपब्लिकन कांग्रेसी, अभियोजक और फॉक्स न्यूज होस्ट भी रह चुके हैं। वह विस्कॉन्सिन से ताल्लुक रखते हैं और 2010 में टी पार्टी लहर में कांग्रेस पहुंचे थे। उन्होंने वित्तीय सेवा समिति में काम किया और बीमा एवं आवास उपसमिति का नेतृत्व किया। 2019 में पारिवारिक जिम्मेदारियों के चलते उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी और बाद में फॉक्स न्यूज पर 'द बॉटम लाइन' शो में नियमित रूप से दिखाई दिए।
सफर
टीवी स्टार से राजनीति तक का सफर
डफी की शुरुआत एक रियलिटी टीवी हस्ती के रूप में हुई थी। वह 1997 में MTV के 'द रियल वर्ल्ड: बोस्टन' में दिखे थे और वहीं उनकी मुलाकात उनकी पत्नी रेचल कैंपोस-डफी से हुई। उन्होंने अपने चुनाव प्रचार में लकड़ी काटते हुए खुद को एक लकड़हारा बताया और मतदाताओं से कहा कि वह वाशिंगटन में अपनी कुल्हाड़ी लेकर आएंगे। 9 बच्चों वाले डफी ने हमेशा पारिवारिक छवि को बनाए रखा है।
आशंका
नासा में बड़े पैमाने पर इस्तीफे की आशंका
पोलिटिको की एक रिपोर्ट के अनुसार, प्रशासनिक दबाव, समय से पहले सेवानिवृत्ति, छंटनी और स्थगित इस्तीफों के चलते 2,100 से ज्यादा वरिष्ठ नासा कर्मचारी नौकरी छोड़ने वाले हैं। यह कदम ट्रंप प्रशासन के कई हालिया फैसलों और बजट कटौतियों के कारण कर्मचारियों में बढ़ते असंतोष की ओर स्पष्ट रूप से इशारा करता है। नासा जैसी प्रमुख वैज्ञानिक संस्था के लिए यह स्थिति तकनीकी विकास, शोध और भविष्य की योजनाओं के लिहाज से चिंता का गंभीर विषय बनती जा रही है।