अगर आप किसी ब्लैक होल में गिर जाए तो क्या होगा?
ब्लैक होल अंतरिक्ष में सबसे रहस्यमई चीज है, जिसके बारे में नासा समेत दुनिया की अनेकों अंतरिक्ष एजेंसियां अभी भी अध्ययन कर रही हैं। खगोलविदों का मानना है कि अधिकांश सर्पिल और अण्डाकार आकाशगंगाओं के केंद्र में ब्लैक होल होते हैं। यह अंतरिक्ष में मौजूद एक ऐसा क्षेत्र है, जहां गुरुत्वाकर्षण खिंचाव इतना तीव्र होता है कि यहां प्रकाश या कुछ भी इससे बच नहीं सकता। ऐसे अधिक गुरुत्वाकर्षण वाले क्षेत्र में अगर कोई इंसान गिर गए तो क्या होगा?
इंसान के ब्लैक होल में गिरने पर होगा ये
अगर आप किसी ब्लैक होल में गिर जाते हैं, तो आपको बहुत अधिक गुरुत्वाकर्षण बल महसूस होगा। इसके बाद आपका शरीर एक 'स्पेगेटी' यानी एक न्यूडल की तरह बहुत अधिक खिंच जायेगा। इस प्रक्रिया को 'स्पेगेटीफिकेशन' नाम दिया गया है। नासा के अनुसार, इस दौरान कोई भी आपको नहीं देख पाएगा और आप कभी भी वापस नहीं आ पाएंगे। हालांकि, आज तक ऐसा कभी हुआ नहीं है क्योंकि फिलहाल ब्लैक होल हमारी पहुंच से बहुत अधिक दूर हैं।
ब्लैक होल बनते कैसे हैं?
बता दें, ब्लैक होल आमतौर पर विशाल तारे के अवशेषों से बनते हैं, जिसका जीवन चक्र समाप्त हो चुका होता है। यह गुरुत्वाकर्षण को कम नहीं कर पाता है। वैज्ञानिक ब्लैक होल को उनके द्रव्यमान के अनुसार 3 श्रेणियों में बांटते हैं, जिसमें स्टेलर, सुपरमैसिव और इंटरमीडिएट शामिल हैं। अंतरिक्ष वैज्ञानिकों ने अध्ययन किया है कि ब्लैक होल तारों को भी तोड़ देते हैं और इस प्रक्रिया से भारी मात्रा में ऊर्जा निकलती है।