नासा की तस्वीरों से पता चला पृथ्वी के करीबी 2 एस्ट्रोयड का इतिहास
क्या है खबर?
नासा के डबल एस्ट्रोयड रीडायरेक्शन टेस्ट (DART) अंतरिक्ष यान ने 2022 में एस्ट्रोयड डिमोर्फोस से टकराने से पहले उसकी और उसके बड़े साथी डिडिमोस की हाई-रेजोल्यूशन तस्वीरें ली थीं।
वैज्ञानिक इन तस्वीरों का लंबे समय से अध्ययन कर रहे थे। इन तस्वीरों ने पृथ्वी के आस-पास स्थित इन एस्ट्रोयड के जटिल इतिहास को उजागर करने और बाइनरी एस्ट्रोयड प्रणालियों के गठन के बारे में जानकारी प्राप्त करने में सक्षम बनाया है।
आकार
कितने बड़े हैं एस्ट्रोयड?
तस्वीरों से इन एस्ट्रोयड की उत्पत्ति के बारे में सुराग मिले हैं।
विश्लेषण से पता चला कि डिडिमोस लगभग 1.25 करोड़ साल पहले और डिमोर्फोस लगभग 3 लाख साल पहले बना था।
वैज्ञानिकों का मानना है कि डिडिमोस संभवतः मंगल और बृहस्पति ग्रहों के बीच मौजूद मुख्य एस्ट्रोयड बेल्ट में बना था और फिर आंतरिक सौरमंडल में आ गया।
डिमोर्फोस का निर्माण संभवतः डिडिमोस के भूमध्यरेखीय क्षेत्र से अतीत में तेजी से घूमने के कारण निकली सामग्री से हुआ था।
खतरा
पृथ्वी को है इन दोनों एस्ट्रोयड से खतरा?
जॉन्स हॉपकिंस विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक ओलिवियर बरनौइन ने कहा कि दोनों एस्ट्रोयड की सतह बहुत कमजोर है।
रिपोर्ट के अनुसार, डिडिमोस का व्यास लगभग 780 मीटर है और इसे नियर अर्थ ऑब्जेक्ट (NEO) के रूप में माना गया है। डिमोर्फोस की बात करें तो उसका आकार लगभग 170 मीटर चौड़ा है।
बता दें कि डेमोसिस वर्तमान में हर 2.25 घंटे में एक बार घूमता है। इन दोनों एस्ट्रोयड से फिलहाल पृथ्वी को कोई खतरा नहीं है।