
स्पेससूट किन चीजों से बनता है और यह अंतरिक्ष में कैसे सुरक्षा देता है?
क्या है खबर?
अंतरिक्ष यात्रा के दौरान अंतरिक्ष यात्रियों के लिए स्पेससूट सबसे महत्वपूर्ण चीजों में से एक होता है। यह सूट उन्हें अंतरिक्ष की खतरनाक परिस्थितियों से बचाता है, जहां हवा नहीं होती, तापमान बहुत अधिक या बहुत कम होता है और तेज कण या सूक्ष्म उल्काएं भी घूमती रहती हैं। बिना स्पेससूट के कोई भी इंसान अंतरिक्ष में जीवित नहीं रह सकता, इसलिए इसे विशेष तकनीकों और मजबूत परतों से तैयार किया जाता है।
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मजबूत परतों से बना होता है स्पेससूट
स्पेससूट को कई मजबूत और हल्की परतों से मिलाकर बनाया जाता है। इसकी बाहरी परत माइक्रो उल्काओं, तेज किरणों और घर्षण से सुरक्षा देती है। इसके नीचे की परतें शरीर को दबाव, ऑक्सीजन और तापमान के लिए अनुकूल बनाती हैं। इसमें नायलॉन, केव्लर और गोर-टेक्स जैसे मटेरियल का इस्तेमाल होता है, जो लचीले भी होते हैं और टिकाऊ भी, जिससे यात्री आसानी से चल सकते हैं और लंबी अवधि तक टिके रह सकते हैं।
#2
सूट में होते हैं कई जरूरी सिस्टम
इस सूट में ऑक्सीजन टैंक, तापमान नियंत्रण प्रणाली, रेडियो संचार और पीने के पानी की सुविधा शामिल होती है। इसका हेलमेट विशेष ग्लास से बना होता है जो सूर्य की तेज रोशनी से आंखों की सुरक्षा करता है। हेलमेट में कैमरा और लाइट भी होती हैं। शरीर को गर्म या ठंडा होने से बचाने के लिए सूट के अंदर खास नलिकाओं में पानी बहता है जो तापमान को संतुलित रखता है।
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कैसे देता है सुरक्षा और जीवन का सहारा
स्पेससूट शरीर को अंतरिक्ष के वैक्यूम, अत्यधिक तापमान और रेडिएशन से बचाता है। यह शरीर पर सही दबाव बनाए रखता है, ताकि खून का संचार ठीक रहे। इसके बिना इंसान कुछ ही सेकंड में बेहोश हो सकता है। यह सूट छोटे उल्का कणों और अन्य हानिकारक चीजों से भी सुरक्षा देता है। इस तरह स्पेससूट अंतरिक्ष यात्रियों को सुरक्षित रखने वाला बेहद जरूरी उपकरण है, जो उन्हें जीवन देने का काम करता है।