सुनीता विलियम्स ने स्पेसवॉक में बनाया कीर्तिमान, ऐसा करने वाली पहली महिला अंतरिक्ष यात्री
क्या है खबर?
नासा की अंतरिक्ष यात्री भारतीय मूल की सुनीता विलियम्स ने नया कीर्तिमान गढ़ दिया है। उन्होंने एक महिला अंतरिक्ष यात्री के तौर पर सबसे ज्यादा समय तक स्पेसबॉक करने का रिकॉर्ड कायम किया है।
विलियम्स अब तक की कुल 9 स्पेसवॉक के दौरान 62 घंटे और 6 मिनट अंतरिक्ष में गुजारे हैं।
महिला अंतरिक्ष यात्री पेगी व्हिटसन को पीछे छोड़ते हुए सबसे ज्यादा समय तक स्पेसवॉक करने वालों की नासा की सूची में चौथे स्थान पर कब्जा जमा लिया है।
रिकॉर्ड
विलियम्स ने पेगी व्हिटसन काे पीछे छोड़ा
अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर ने गुरुवार (30 जनवरी) को अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) से 5.5 घंटे का स्पेसवॉक कर नया कीर्तिमान स्थापित किया।
यह सुनीता विलियम्स की 9वीं और विल्मोर की 5वीं स्पेस वॉक थी।
ISS ने एक्स पर कहा, "नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स ने पूर्व अंतरिक्ष यात्री पेगी व्हिटसन के 60 घंटे और 21 मिनट के कुल स्पेसवॉक समय को पार कर लिया है।"
उद्देश्य
स्पेसवॉक के दौरान किए कई काम
नासा ने कहा कि विलियम्स और विल्मोर ने स्पेसवॉक के साथ अपने उद्देश्य पूरे कर लिए हैं, जिसके तहत उन्हें कई कार्य करने थे।
इसमें स्टेशन के ट्रस से रेडियो फ्रीक्वेंसी ग्रुप एंटीना असेंबली को हटाना, डेस्टिनी लैब और क्वेस्ट एयरलॉक की सतह से नमूने लाना शामिल था।
उन्होंने ISS के बाहर सूक्ष्मजीव प्रयोग के लिए नमूने लिए, जो यह पता लगाने में काम आएंगे कि सूक्ष्मजीव कठोर अंतरिक्ष वातावरण में कैसे जीवित रहते हैं और कैसे प्रजनन करते हैं।
पहली स्पेसवॉक
पहली स्पेसवॉक में कितना समय गुजारा?
इससे पहले विलियम्स ने इस साल की पहली स्पसेवॉस 16 जनवरी को अंतरिक्ष यात्री निक हेग के साथ की थी। इस स्पेसवॉक से विलियम्स का एक्स्ट्रावेहिकुलर एक्टिविटी (EVA) समय कुल 56 घंटे और 40 मिनट हो गया।
इसके बाद दूसरी स्पेसवॉक में उन्होंने 5.5 घंटे का समय गुजारा, जिससे वे नया रिकॉर्ड बनाने में सक्षम हुईं।
उनकी दूसरी स्पेसवॉस 23 जनवरी के लिए निर्धारित थी, लेकिन जरूरी तैयारियों के मद्देनजर इसे खिसका कर 30 जनवरी को तय किया गया।
तैयारी
करीब 300 दिनों से ISS पर फंसे हैं दोनों यात्री
विलियम्स और विल्मोर जून, 2024 में बोइंग के स्टारलाइनर पर सवार होकर ISS पहुंचे थे। उन्हें वहां केवल 8 दिन गुजारने थे, लेकिन अंतरिक्ष यान में तकनीकी समस्याओं के कारण अटक गए।
नासा ने पिछले दिनों बताया कि वह एलन मस्क की स्पेस-X के साथ मिलकर दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को वापस लाने पर काम कर रहा है।
उन्हें क्रू 9 मिशन के जरिए वापस पृथ्वी पर लाया जाएगा। दोनों को ISS पर फंसे हुए करीब 300 दिन हो गए हैं।