स्टरलिंक की सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस भारत में जल्द शुरू होगी, अगले महीने लाइसेंस की उम्मीद
क्या है खबर?
अरबपति एलन मस्क के सैटेलाइट-आधारित इंटरनेट प्रदाता स्टारलिंक को अगले महीने तक सरकार से ग्लोबल मोबाइल पर्सनल कम्युनिकेशन बाय सैटेलाइट (GMPCS) लाइसेंस प्राप्त होने वाला है।
फाइनेंशियल एक्सप्रेस (FE) की रिपोर्ट के अनुसार, लाइसेंस मिलने पर स्टारलिंक भारत के वनवेब और रिलायंस के जियो सैटेलाइट के साथ जुड़कर भारत के सैटेलाइट-आधारित इंटरनेट क्षेत्र में तीसरी कंपनी बन जाएगी।
कंपनी की तरफ से आधिकारिक तौर पर इस बारे में जानकारी नहीं दी गई है।
आवंटन
स्पेक्ट्रम आवंटन के लिए पात्र होगा स्टारलिंक
लाइसेंस मिलने करने के बाद, स्टारलिंक स्पेक्ट्रम आवंटन के लिए पात्र हो जाएगा, जिससे कंपनी के लिए अपनी सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सेवाएं शुरू करने का रास्ता साफ हो जाएगा।
मामले से परिचित लोगों ने कहा है कि स्टारलिंक का संचालन करने वाली कंपनी स्पेस-X ने सभी नियामक आवश्यकताओं को पूरा किया है।
इनमें सैटेलाइट्स के स्थान, डाटा स्टोरेज और भारत में ब्रॉडबैंड सेवाओं की पेशकश के लिए इसकी रणनीति के बारे में जानकारी प्रदान करना शामिल है।
आवेदन
कंपनी ने पिछले साल किया था आवेदन
स्टारलिंक ने पिछले साल अक्टूबर में GMPCS लाइसेंस के लिए आवेदन किया था।
कंपनी ने भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष संवर्धन और प्राधिकरण केंद्र (IN-SPACe) से भी मंजूरी मांगी, जो भारत में इंटरनेट सेवाएं प्रदान करने के लिए आवश्यक है।
रिपोर्ट के अनुसार, घटनाक्रम से परिचित अधिकारियों ने संकेत दिया कि स्टारलिंक आवश्यक दस्तावेज जमा करने में धीमा था, जिससे आवेदन को संसाधित करने में देरी हुई। हालांकि, मंजूरी अगले महीने तक दिए जाने की उम्मीद है।