पृथ्वी की तरफ बढ़ रहा CME क्लाउड, आज आ सकता है शक्तिशाली सौर तूफान
सूर्य पर मौजूद एक सनस्पॉट में हाल ही में विस्फोट हुआ था, जिससे निकला कोरोनल मास इजेक्शन (CME) क्लाउड 18 अक्टूबर को पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र से टकराया था। नेशनल ओशियन एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (NOAA) के अनुसार, इसी सनस्पॉट से निकला एक और CME तेजी से पृथ्वी की तरफ आ रहा है। यह आज (20 अक्टूबर) या कल (21 अक्टूबर) पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र से टकरा सकता है, जिससे पृथ्वी पर सौर तूफान आने की आशंका है।
G2-श्रेणी का हो सकता है सौर तूफान
अंतरिक्ष एजेंसी नासा के अनुसार, आज या कल में पृथ्वी पर आने वाला सौर तूफान G2-श्रेणी का हो सकता है। CME के प्रभाव के कारण अगले 48 घंटे में दुनिया के कुछ हिस्सों में लोगों को आसमान में रंगीन प्रकाश देखने को मिल सकता है, जिसे अरोरा कहा जाता है। इसके साथ ही कुछ जगहों पर शॉर्टवेब रेडियो ब्लैकआउट होने की भी आशंका है, जिससे रेडियो सिग्नल का उपयोग करने वाले लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।
सौर तूफान से क्या है खतरा?
सौर तूफान को उनके प्रभाव के आधार पर वैज्ञानिकों ने G1 से लेकर G5 तक कुल 5 श्रेणियों में बांटा है। G1-श्रेणी का सौर तूफान काफी हल्का होता है, लेकिन G5-श्रेणी का सौर तूफान काफी शक्तिशाली होता है। सौर तूफान सैटेलाइटों को भारी नुकसान पहुंचा सकते हैं, मोबाइल नेटवर्क और इंटरनेट सेवाओं को बाधित कर सकते हैं। अत्यधिक शक्तिशाली होने पर ये पावर ग्रिड और पृथ्वी आधारित संवेदनशील इलेक्ट्रॉनिक्स को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं।