
स्मार्टफोन से भारत ने 80 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला- संयुक्त राष्ट्र
क्या है खबर?
यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) आने के बाद से स्मार्टफोन यूजर्स बड़ी संख्या में ऑनलाइन पेमेंट कर रहे हैं।
बीते दिन (1 अगस्त) को संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के अध्यक्ष डेनिस फ्रांसिस ने कहा कि भारत ने पिछले 5 से 6 वर्षों में केवल स्मार्टफोन के इस्तेमाल से 80 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है।
उन्होंने अपने बयान के दौरान भारत में इंटरनेट की स्पीड और बड़े स्तर पर हो रहे इसके उपयोग को लेकर भी प्रतिक्रिया दी।
बयान
फ्रांसिस ने क्या कहा?
फ्रांसिस ने कहा, "डिजिटलीकरण के माध्यम से तेजी से विकास के लिए आधार प्रदान करना। उदाहरण के लिए, भारत का मामला लें...भारत पिछले 5-6 वर्षों में केवल स्मार्टफोन के उपयोग से 80 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकालने में सक्षम रहा है।"
उन्होंने भारत में इंटरनेट की तेज और अच्छी पहुंच की ओर इशारा करते हुए कहा कि अन्य वैश्विक दक्षिण देशों को भी भारत की तरह डिजिटलीकरण को अपनाने की जरूरत है।
ऑनलाइन पेमेंट
ऑनलाइन पेमेंट को लेकर दी प्रतिक्रिया
फ्रांसिस ने कहा, "भारत में ग्रामीण किसान जिनका कभी बैंकिंग सिस्टम से कोई संबंध नहीं था, वे अब अपने सभी व्यवसाय अपने स्मार्टफोन पर कर सकते हैं। वे अपने बिलों का पेमेंट करते हैं और ऑर्डर के लिए पेमेंट प्राप्त करते हैं। भारत में इंटरनेट की पहुंच बहुत अधिक है, क्योंकि लगभग सभी के पास सेलफोन है।"
बता दें, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया अभियान के तहत भारत में डिजिटल पेमेंट सिस्टम में बहुत उछाल देखा गया है।
लेन-देन
जुलाई में इतना हुआ UPI से लेन-देन
भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) ने बताया कि UPI ने जुलाई में लेन-देन की मात्रा में 45 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, जो 14.44 अरब तक पहुंच गई। लेन-देन के मूल्य में भी साल-दर-साल 35 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई, जो कुल 20.64 लाख करोड़ रुपये थी।
भारत ने सस्ती कीमतों पर 5G को व्यापक रूप से अपनाने के मामले में भी बढ़त हासिल की है। रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 5G फोन की हिस्सेदारी साल-दर-साल 66 प्रतिशत बढ़ी है।