सीरम इंस्टीट्यूट और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के बीच हुआ समझौता, मेनिनजाइटिस-B के लिए बनेगा वैक्सीन
क्या है खबर?
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के बीच एक अहम समझौता हुआ है।
मेनिनजाइटिस-B को लक्षित करने वाले "काइमेरिक प्रोटीन-आधारित वैक्सीन" के निर्माण और वितरण के लिए सीरम इंस्टीट्यूट ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के साथ एक लाइसेंसिंग समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
कुल 5 वर्षों तक चलने वाले इस सहयोगात्मक प्रयास का उद्देश्य मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी के लिए गंभीर जोखिम पैदा करने वाले संक्रमण मेनिनजाइटिस-B से लड़ना है।
बयान
कंपनी ने क्या कहा?
सीरम इंस्टीट्यूट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) अदार पूनावाला ने वैश्विक स्वास्थ्य के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की और बीमारियों के खिलाफ लड़ाई में सुलभ टीकों के महत्व पर जोर दिया है।
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के साथ हुए इस समझौते को लेकर उन्होंने कहा, "यह साझेदारी मेनिनजाइटिस के खिलाफ हमारी लड़ाई में एक महत्वपूर्ण छलांग का प्रतिनिधित्व करती है, यह सुनिश्चित करती है कि जीवन रक्षक सुरक्षा उन लोगों तक पहुंचे जिन्हें इसकी सबसे अधिक आवश्यकता है।"
फायदा
लाखों लोगों की बचेगी जान
यह कदम सीरम इंस्टीट्यूट के मेनफाइव वैक्सीन को जुलाई, 2023 में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से प्री-क्वालिफिकेशन मिलने के बाद उठाया गया है, जिससे कंपनी की स्थिति दुनियाभर में मेनिन्जाइटिस के प्रकोप से निपटने में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में मजबूत हुई है।
उपयोग में आसान वैक्सीन विकसित करने के लिए ऑक्सफोर्ड की प्रतिबद्धता और निवेश लाखों लोगों की जान बचाएगा। साथ ही, अकादमिक लाइसेंसिंग और सफल व्यावसायिक साझेदारियां वैश्विक स्वास्थ्य चुनौतियों को हल करने में मदद करेंगी।