पृथ्वी पर 1 जनवरी को आ सकता है शक्तिशाली और तूफान, जानें क्या है खतरा
सूर्य पर मौजूद एक सक्रिय सनस्पॉट में 25 दिसंबर को विस्फोट हुआ, जिसके कारण कोरोनल मास इजेक्शन (CME) उत्पन्न हुआ है। CME तेजी से पृथ्वी की तरफ बढ़ रहा है, क्योंकि सनस्पॉट पृथ्वी की ओर मौजूद है। अंतरिक्ष मौसम भौतिक विज्ञानी डॉ तमिथा स्कोव के अनुसार, सनस्पॉट में विस्फोट के कारण अगले कुछ दिनों तक तेज सौर हवाएं चलेंगी। CME 1 जनवरी को पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र से टकरा सकता है, जिससे पृथ्वी पर सौर तूफान आने की आशंका है।
एक और सनस्पॉट में हो सकता है विस्फोट
अगले 24 घंटे में सनस्पॉट AR3529 में विस्फोट हो सकता है। नासा के अनुसार, विस्फोट से C-श्रेणी के सोलर फ्लेयर के उत्पन्न होने की 95 प्रतिशत आशंका है। इसके अतिरिक्त, 15 प्रतिशत M-श्रेणी और 1 प्रतिशत X-श्रेणी के सोलर फ्लेयर के उत्पन्न होने की आशंका जताई जा रही है। सनस्पॉट में विस्फोट से कुछ जगहों पर आसमान में रंगीन रोशनी देखने को मिल सकती है, जिसे अरोरा कहा जाता है। कुछ जगहों पर शॉर्टवेब रेडियो ब्लैकआउट भी हो सकता है।
सौर तूफान से क्या खतरा है?
सौर तूफान सैटेलाइटों को भारी नुकसान पहुंचा सकते हैं, मोबाइल नेटवर्क और इंटरनेट को बाधित कर सकते हैं। अत्यधिक शक्तिशाली होने पर ये पावर ग्रिड और पृथ्वी आधारित संवेदनशील इलेक्ट्रॉनिक्स को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं। सोलर फ्लेयर को 4 (X, M, C और B) श्रेणियों में विभाजित किया गया है। X-श्रेणी का फ्लेयर सबसे शक्तिशाली और B-श्रेणी का फ्लेयर सबसे कमजोर होता है। इसके प्रभाव से भी पृथ्वी पर सौर तूफान आ सकता है।