नासा ने जारी किया अलर्ट, कल पृथ्वी पर आ सकता है सौर तूफान
अंतरिक्ष एजेंसी नासा की सोलर डायनेमिक्स ऑब्जर्वेटरी (SDO) ने 5 अगस्त को सनस्पॉट AR3386 में विस्फोट को कैप्चर किया, जिसने कोरोनल मास इजेक्शन (CME) के साथ एक खतरनाक X-श्रेणी का सोलर फ्लेयर उत्पन्न किया। CME तेजी से पृथ्वी की तरफ बढ़ रहा है और कभी भी पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र से टकरा सकता है। नासा के अनुसार, अगर CME कल (8 अगस्त) पृथ्वी से टकराता है तो इसके परिणामस्वरूप पृथ्वी पर G1-श्रेणी का एक सौर तूफान आ सकता है।
सौर तूफान से क्या है खतरा?
सौर तूफान सैटेलाइटों को भारी नुकसान पहुंचा सकते हैं, मोबाइल नेटवर्क और इंटरनेट सेवाओं को बाधित कर सकते हैं। अत्यधिक शक्तिशाली होने पर ये पावर ग्रिड और पृथ्वी पर मौजूद संवेदनशील इलेक्ट्रॉनिक्स को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं। बता दें कि सौर तूफान को उनके प्रभाव के आधार पर वैज्ञानिकों ने G1 से लेकर G5 तक कुल 5 श्रेणियों में बांटा है। G1-श्रेणी का सौर तूफान काफी हल्का और G5-श्रेणी का सौर तूफान सबसे शक्तिशाली होता है।