ओयो अपने प्लेटफॉर्म पर प्रीमियम होटलों की संख्या दोगुना करने को तैयार, जानें पूरी योजना
ओयो ने गुरुवार को कहा कि वह 2023 में भारत में अपने प्लेटफॉर्म पर प्रीमियम होटलों की संख्या को दोगुना करने की तैयारी में है। वह अपने प्लेटफॉर्म पर लगभग 1,800 से ज्यादा प्रीमियम होटलों को जोड़ने की योजना बना रही है। वर्ष 2012 में एक बजट होटल चेन के रूप में स्थापित ओयो वर्तमान में होटल, घर और रहने की जगह प्रदान करती है। प्रीमियम होटलों पर ओयो ने 2022 की अंतिम तिमाही में ध्यान देना शुरू किया है।
अक्टूबर से दिसंबर के बीच ओयो ने जोड़े 400 से अधिक प्रीमियम होटल
ओयो ने अक्टूबर और दिसंबर के बीच 400 से अधिक नए प्रीमियम होटल जोड़े। ओयो के चीफ मर्चेंट ऑफिसर अनुज तेजपाल ने कहा कि वो ऐसा रुझान देख रहे हैं कि लोग बेहतर अनुभव के लिए अधिक खर्च करना चाहते हैं, इसलिए होटल अब यात्रा के अनुभव को बढ़ाने और मेहमानों के लिए इसे और अधिक सुविधाजनक बनाने के लिए अतिरिक्त सेवाएं और सुविधाएं प्रदान कर रहे हैं। इसी कारण कंपनी प्रीमियम होटलों की संख्या बढ़ा रही है।
इन शहरों पर है ओयो का खास ध्यान
प्रीमियम होटलों के विस्तार के लिए ओयो बेंगलुरू, हैदराबाद, चेन्नई, दिल्ली, नोएडा, कोलकाता और मुंबई पर ध्यान केंद्रित करेगी। इसके प्रीमियम होटल ब्रांडों में टाउनहाउस ओक, ओयो टाउनहाउस, कलेक्शन ओ और कैपिटल ओ शामिल हैं। ओयो का कहना है कि अवकाश यात्रा, बैठक और शादियों के लिए प्रीमियम सेगमेंट होटलों की मांग में वृद्धि देखने को मिल रही है। इधर व्यापार यात्रा और विदेश पर्यटकों के आगमन (FTAs) में भी धीरे-धीरे सुधार होने से प्रीमियम होटलों की डिमांड बढ़ी है।
होटल ऑक्यूपेंसी 68-70 प्रतिशत तक रहने की उम्मीद
क्रेडिट रेटिंग एजेंसी ICRA की एक रिपोर्ट के अनुसार, पैन-इंडिया प्रीमियम होटल ऑक्यूपेंसी 2023 में 68-70 प्रतिशत के बीच रहने की उम्मीद है। वर्ष 2023 की पहली तिमाही में व्यावसायिक यात्रा से सर्विस इंडस्ट्री में चमक देखने को मिलने का अनुमान है। विशेषज्ञों के अनुसार, पारंपरिक व्यापार यात्रा तो पहले से ही होटल इंडस्ट्री के लिए विकास का अवसर रहा है, लेकिन 2023 में वैकल्पिक व्यापार यात्रा होटल इंडस्ट्री के विकास में नया योगदान देगी।
क्या है ओयो?
ओयो सस्ते होटल के लिए जानी जाती है। ये एक होटल चेन है, जिसके पास खुद के बहुत कम ही होटल हैं, लेकिन ये देश से लेकर विदेश तक होटल उपलब्ध कराती है। ये लगभग उसी तरह काम करती है जैसे ओला और उबर बिना अपनी कार के लोगों को कैब सर्विस देती हैं। इसी तरह ओयो बाकी होटलों से मिलकर अपने प्लेटफॉर्म के जरिए लोगों को होटल उपलब्ध कराती है। इसे 2012 में रितेश अग्रवाल ने शुरू किया था।