अमेरिका का चांद मिशन किया गया छोटा, झुककर गिर गया है लैंडर
क्या है खबर?
अमेरिका लगभग 50 साल बाद पिछले हफ्ते चांद पर पहुंचा था। हालांकि, इस स्पेसक्राफ्ट की लैंडिंग ठीक तरीके से नहीं हो पाई, जिसके चलते इस मिशन को छोटा किया जा रहा है।
इस स्पेसक्राफ्ट को भेजने वाली निजी कंपनी इंटुइटिव मशीन्स ने बताया कि मंगलवार को लैंडर से संपर्क टूट जाएगा, जिसके बाद यह मिशन जारी नहीं रह पाएगा।
यह मिशन करीब 7-10 दिन तक चलने वाला था, लेकिन अब तक यह 5 दिन ही चला है।
गड़बड़
कहां हुई गड़बड़?
23 फरवरी को इंटुएटिव मशीन्स ने अपने रोबोटिक अंतरिक्ष यान ओडिसियस की चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडिंग कराई थी।
लैंडिग से पहले मानवीय गलती और टेस्टिंग न होने की वजह से लैंडर ऊंचाई और रफ्तार का पता नहीं लगा सका और ठीक तरीके से लैंड नहीं कर पाया।
हालांकि, कंपनी ने कहा कि उड़ान से पहले उसे इस बात का पता था और उसने समय और पैसे बचाने के लिए टेस्टिंग नहीं की थी।
लैंडिंग
एक तरफ झुककर गिर गया है लैंडर
ओडिसियस की लैंडिंग के बाद कंपनी ने बताया था कि इसकी 6 टांगों में से एक उबड़-खाबड़ जगह पर टिकी। इसकी वजह से एक तरफ झुक गया और एक चट्टान के टुकड़े पर गिर गया।
बता दें कि यह 1972 के अपोलो मिशन के बाद अमेरिका का पहला चांद मिशन था। इसे एक निजी कंपनी ने लॉन्च किया था, लेकिन इसमें लगे पेलोड अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के थे।