क्रिसमस से पहले नासा का पार्कर सोलर प्रोब पहुंचेगा सूर्य से सबसे करीब
क्रिसमस की पूर्व संध्या पर अंतरिक्ष एजेंसी नासा का पार्कर सोलर प्रोब सूर्य के अब तक सबसे करीब पहुंचेगा, जो बुध से 8 गुना करीब होगा। यह अपने ही गति रिकॉर्ड को तोड़ते हुए लगभग 63 लाख किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगा, जो राइफल की गोली से 150 गुना तेज है। 2018 में लॉन्च हुए इस यान ने 2021 में सूर्य के वायुमंडल में प्रवेश किया और अब तक 21 सौर स्लिंगशॉट पूरे कर चुका है।
सूर्य के इतने करीब पहुंचेगा पार्कर सोलर प्रोब
अंतरिक्ष एजेंसी नासा का पार्कर सोलर प्रोब 24 दिसंबर को भारतीय समयनुसार शाम 07:23 बजे सूर्य से केवल 61 लाख किलोमीटर की दूरी पर काफी करीब पहुंचेगा। इस अंतरिक्ष यान की रफ्तार लगभग 70 लाख किलोमीटर प्रति घंटे होगी, जो इसे अब तक का सबसे तेज मानव निर्मित यान बनाएगी। इतने करीब पहुंचने पर यान को 1,400 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान सहना होगा, जिसे इसकी मजबूत ताप कवच तकनीक संभालेगी।
2018 में लॉन्च हुआ था यह अंतरिक्ष यान
नासा का पार्कर सोलर प्रोब 12 अगस्त, 2018 को लॉन्च किया गया था। इसका मुख्य उद्देश्य सूर्य के कोरोना (वायुमंडल) और सूर्य के आसपास के वातावरण का अध्ययन करना है। यह जांच सूर्य के बारे में नई जानकारी हासिल करने के लिए डिजाइन की गई है, ताकि वैज्ञानिक सूर्य के अंदरूनी संरचनाओं और गतिविधियों को समझ सकें। यह जांच सूर्य के सबसे करीब जाकर उसके बारे में जानकारी इकट्ठा करेगी, जिससे सूर्य के प्रभावों को समझने में मदद मिलेगी।
कैसे काम करता है यह अंतरिक्ष यान?
पार्कर सोलर प्रोब 'स्लिंगशॉट' तकनीक का उपयोग करके सूर्य के करीब पहुंचता है, जहां यह सूर्य के वातावरण का अध्ययन करेगा। यान शुक्र और सूर्य के पास से गुजरते हुए अपनी गति बढ़ाता है, जिससे यह सूर्य के और करीब पहुंच पाता है। इससे सौर गतिविधियों और सौर तूफानों के बारे में जानकारी मिलेगी, जो पृथ्वी पर प्रभाव डाल सकती हैं। इस मिशन से हमें सूर्य के बारे में नई जानकारी मिलेगी, जो अंतरिक्ष विज्ञान के लिए महत्वपूर्ण होगी।