NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    ऑपरेशन सिंदूर
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / टेक्नोलॉजी की खबरें / वॉयजर 2 के यूरेनस मिशन में सामने आई असामान्य घटना, शोध में हुआ खुलासा
    अगली खबर
    वॉयजर 2 के यूरेनस मिशन में सामने आई असामान्य घटना, शोध में हुआ खुलासा
    वॉयजर 2 के यूरेनस मिशन में सामने आई असामान्य घटना (तस्वीर: नासा)

    वॉयजर 2 के यूरेनस मिशन में सामने आई असामान्य घटना, शोध में हुआ खुलासा

    लेखन बिश्वजीत कुमार
    Nov 12, 2024
    09:53 am

    क्या है खबर?

    यूरेनस के बारे में ज्यादातर जानकारी नासा के वॉयजर 2 अंतरिक्ष यान द्वारा 1986 में की गई सिर्फ 5 घंटे की यात्रा से ही मिली है। इस दौरान, वॉयजर 2 ने पाया कि यूरेनस के पास अन्य ग्रहों से अलग चुंबकीय क्षेत्र है।

    वैज्ञानिकों का मानना है कि यह संयोग से हुई एक सौर घटना के कारण हुआ था, जिससे हमारी समझ गलत हो सकती है। वैज्ञानिकों के अनुसार, यूरेनस के रहस्यों को समझने की आवश्यकता है।

    वजह

    यूरेनस का चुंबकीय क्षेत्र इस वजह से है अजीब

    वॉयजर 2 ने यूरेनस से करीब 50,000 मील की ऊंचाई पर उड़ान भरी थी और पाया कि यूरेनस का चुंबकीय क्षेत्र, जिसे मैग्नेटोस्फीयर कहते हैं, अन्य ग्रहों से अलग था और प्लाज्मा से खाली था।

    इस क्षेत्र में तेज विकिरण भी देखा गया, जो सिद्धांतों को चुनौती देता है। नासा के वैज्ञानिक जेमी जैसिंस्की और उनकी टीम के अनुसार, यह असामान्य स्थिति उस समय सूर्य की बढ़ी हुई गतिविधि के कारण हो सकती है।

    घटना

    यह अनोखी घटना भी देखी गई यूरेनस पर 

    वॉयजर 2 के यूरेनस से गुजरते समय ग्रह पर एक अनोखी घटना हो रही थी, जिसे 'सह-घूर्णन संपर्क क्षेत्र' कहते हैं। यह सूर्य की गतिविधि का प्रभाव है जो प्लाज्मा की धाराओं को सौरमंडल के किनारे फैलाता है।

    खगोल वैज्ञानिक फ्रैन बैगेनल के अनुसार, इस जानकारी ने उन्हें चौंका दिया, क्योंकि यह पहले कभी यूरेनस पर नहीं देखा गया था। यह शोध महत्वपूर्ण सवाल उठाता है और भविष्य में नासा के संभावित मिशन में मददगार हो सकता है।

    खोज

    शोध में क्या चला पता?

    शोध से पता चला है कि वॉयजर 2 के यूरेनस के पास से गुजरते समय सौर गतिविधि के दबाव से यूरेनस का मैग्नेटोस्फीयर सिकुड़ गया था। इससे ग्रह के पास प्लाज्मा की मात्रा कम थी और विकिरण बेल्ट में ऊर्जा की तीव्रता बढ़ गई थी।

    नासा 2032 तक यूरेनस पर नया मिशन भेजने की योजना बना रही है, ताकि ग्रह का बेहतर अध्ययन हो सके। यूरेनस और नेपच्यून की खोज से दूर के ग्रहों को समझने में भी मदद मिलेगी।

    मिशन

    वैज्ञानिक क्यों भेजना चाहते हैं नया मिशन?

    वैज्ञानिकों को यूरेनस में खास रुचि है, क्योंकि इसका चुंबकीय क्षेत्र और परिक्रमा का तरीका बाकी ग्रहों से बहुत अलग है। यह अपनी धुरी पर झुका हुआ है, शायद किसी बड़ी टक्कर के कारण।

    इसके चरम मौसम, इसके बनने की प्रक्रिया, वायुमंडल के काम करने का तरीका, और चंद्रमाओं में संभव महासागर जैसे कई सवालों के जवाब अब भी अधूरे हैं। वैज्ञानिक इसे बेहतर समझने और इन रहस्यों को हल करने के लिए दोबारा यूरेनस पर मिशन भेजना चाहते हैं।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    नासा
    अंतरिक्ष

    ताज़ा खबरें

    क्रेडिट कार्ड को कैसे करें एक्टिव? यहां जानिए आसान तरीका  क्रेडिट कार्ड
    कार चलाने से पहले जरूर कर लें ये काम, वरना हो सकता है हादसा  कार
    धांसू माइलेज देने वाली 5 CNG कारें, एक किलोग्राम गैस में दौड़ेगी 30 किलोमीटर से ज्यादा  CNG कार
    रणबीर कपूर से लेकर सनी देओल तक, नितेश तिवारी की 'रामायण' में कौन निभाएगा किसका किरदार? नितेश तिवारी

    नासा

    अंतरिक्ष में नासा आग की लपटों का अध्ययन क्यों कर रही? अंतरिक्ष
    पृथ्वी की तरफ तेजी से आ रहा 200 फीट का एस्ट्रोयड, नासा ने जारी किया अलर्ट  एस्ट्रोयड
    ESA का हेरा मिशन क्या है और क्या है इसका उद्देश्य? एस्ट्रोयड
    पृथ्वी की तरफ तेजी से आ रहे 3 एस्ट्रोयड, जारी की गई चेतावनी  एस्ट्रोयड

    अंतरिक्ष

    नए चंद्रमा मिशन पर अंतरिक्ष यात्री पहनेंगे प्राडा का स्पेससूट, खास वजह से हुआ है डिजाइन चांद
    इस हफ्ते पृथ्वी के करीब पहुंचेंगे 3 एस्ट्रोयड, नासा ने जारी की चेतावनी एस्ट्रोयड
    क्यों कुछ तारे अन्य तारों से ज्यादा चमकते हैं? सौरमंडल
    चंद्रयान-1 मिशन: आज से 16 साल पहले हुआ था लॉन्च, जानिए क्या कुछ खोज की ISRO
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025