कू ऐप में आया 'टॉक टू टाइप' फीचर, भारतीय भाषाओं में बोलकर कर पाएंगे टाइप
क्या है खबर?
माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ट्विटर के भारतीय विकल्प के तौर पर 'कू' ऐप तेजी से लोकप्रिय हुई है।
भारतीय प्लेटफॉर्म का यूजरबेस तेजी से बढ़ा है और इसमें ढेरों नए फीचर्स भी ऐड किए जा रहे हैं।
अब कू ऐप में एक नया फीचर शामिल किया गया है, जिसकी मदद से यूजर्स भारतीय भाषाओं में बिना टाइप किए अपनी बातें शेयर कर सकेंगे।
कू ऐप का 'टॉक टू टाइप' फीचर यूजर्स की कही हुई बातों को अपने आप टाइप कर देगा।
फीचर
भारतीय भाषाओं को सपोर्ट करेगा फीचर
भारतीय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म कू पर यूजर्स को भारतीय भाषाओं में अपनी बात रखने का विकल्प मिलता है।
यह काम आसान करने के लिए कू ने नया फीचर दिया है, जिसकी मदद से यूजर्स बोलकर अपनी भाषा में टाइप कर सकेंगे।
खास बात यह है कि नया फीचर ढेरों भारतीय भाषाओं को सपोर्ट करेगा।
प्लेटफॉर्म का दावा है कि कू दुनिया का पहला सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है, जो ऐसा फीचर लेकर आया है।
बयान
आसान हो जाएगा यूजर्स का काम
कू ऐप के को फाउंडर अप्रमेय राधाकृष्ण ने बताया, "नया फीचर स्थानीय भाषा में पोस्ट करने वाले यूजर्स का काम आसान कर देगा और उन्हें पोस्ट टाइप नहीं करने होंगे। स्थानीय भाषाओं की मदद से भारतीय यूजर्स बेहतर ढंग से आपस में जुड़ सकते हैं।"
प्लेटफॉर्म के को-फाउंडर मयंक बिदावतका ने बताया कि कि बोले गए शब्दों का स्क्रीन पर अपने आप टाइप होना उन यूजर्स की मदद करेगा, जिनके लिए अपनी भाषा में टाइप करना मुश्किल होता है।
कू ऐप
जानें कू ऐप के बारे में
पिछले साल मार्च महीने में कू ऐप को भारतीय भाषाओं के माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म के तौर पर लॉन्च किया गया था।
कू ऐप ट्विटर का स्वदेशी वर्जन है। इसमें भी ट्विटर की तरह लोगों को फॉलो किया जा सकता है और 'कू' को लाइक और 'रिकू' किया जाता है।
कू ऐप सरकार के आत्मनिर्भर ऐप इनोवेशन चैलेंज को जीतकर यह ऐप चर्चा में आई।
भारत की सरकारी एजेंसियों और केंद्रीय मंत्रियों के अकाउंट्स भी कू ऐप पर हैं।
कोविड-19
महामारी में यूजर्स की मदद कर रही है कू ऐप
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति को देखते हुए कलाम सेंटर की ओर से 'कोविबडी' (Covibuddy) नाम की मुहिम चलाई गई है।
यूजर्स कोविड-19 से जुड़े सवाल कोविबडी से पूछ सकते हैं और चंद मिनट में उन्हें जवाब दिया जाता है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कई डॉक्टर्स और NGO भी मदद के लिए आगे आए हैं और यूजर्स को महामारी से बचने के तरीके और वैक्सीन के बारे में जागरूक कर रहे हैं।