स्पेडेक्स मिशन: ISRO ने वीडियो शेयर कर दिखाया रोबोटिक आर्म्स का कमाल, आप भी देखिए
क्या है खबर?
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने स्पेस डॉकिंग एक्सपेरीमेंट (स्पेडेक्स) मिशन के तहत अपने उन्नत रोबोटिक आर्म्स के प्रदर्शन का वीडियो बीते दिन (6 जनवरी) किया है।
एक्स पर शेयर किए गए इस वीडियो में रोबोटिक आर्म्स बंधे हुए अंतरिक्ष मलबे को सटीकता से पकड़ते हुए दिखते हैं। यह उन्नत तकनीक जैसे विज़ुअल सर्वोइंग और गति पूर्वानुमान का उपयोग करता है।
यह उपलब्धि भविष्य के अंतरिक्ष अभियानों के लिए भी नई संभावनाएं खोलेगी।
ट्विटर पोस्ट
यहां देखिये वीडियो
Demonstrating tethered debris capture in space using visual servoing, motion prediction, and a parallel end-effector for precise manipulation. 🚀 #SpaceTech #Robotics #ISRO pic.twitter.com/TJSa4C06VB
— ISRO (@isro) January 6, 2025
तकनीक
मलबे को पकड़ने में सक्षम तकनीक
ISRO का रोबोटिक मैनिपुलेटर अब स्वतंत्र रूप से तैरते मलबे को पकड़ने और अंतरिक्ष यान में ईंधन भरने की क्षमता रखता है।
विक्रम साराभाई स्पेस सेंटर (VSSC) में विकसित यह हाथ सात मूवेबल जोड़ और एक इंचवर्म जैसा तंत्र रखता है।
इसमें कैमरे, बाधा-निवारण सॉफ्टवेयर और उच्च प्रदर्शन प्रोसेसर लगे हैं। स्पेडेक्स मिशन का मुख्य लक्ष्य रोबोटिक तकनीक की दक्षता का परीक्षण करना है।
यह मिशन भविष्य में भारत के प्रस्तावित भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन (BAS) के लिए भी महत्वपूर्ण है।
उद्देश्य
अंतरिक्ष में उगी पत्तियां
ISRO ने PSLV-C60 मिशन के तहत अंतरिक्ष में लोबिया के बीज भेजे, जिसने पहली बार पत्तियां उगाईं। ISRO का यह 'क्रॉप्स' प्रयोग पौधों की अंतरिक्ष में वृद्धि का अध्ययन करने के लिए किया गया है।
यह उपलब्धि अंतरिक्ष कृषि और लंबे समय तक चलने वाली मानव मिशनों में सहायक होगी।
इन सफलताओं के साथ, ISRO ने अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में भारत की बढ़ती विशेषज्ञता को और भी अधिक मजबूत किया है।