गूगल ने शुरू की एंटीथेप्ट फीचर की टेस्टिंग, इस तरह करता है काम
टेक दिग्गज गूगल ने मई I/O डेवलपर कॉन्फ्रेंस में एंड्रॉयड 15 के लिए एंटीथेप्ट फीचर की घोषणा की थी। कंपनी ने अब चोरी का पता लगाने वाले इस फीचर की टेस्टिंग भी शुरू कर दी है। स्मार्टफोन चोरी के मामले में ब्राजील सबसे आगे है और यूजर्स द्वारा मिली प्रतिक्रिया के कारण कंपनी ने इस फीचर की टेस्टिंग ब्राजील में ही शुरू की है। यहां के लोग अभी से इस फीचर का टेस्ट कर सकते हैं।
कैसे काम करता है यह फीचर?
एंटीथेप्ट फीचर चोरी का पता लगाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का उपयोग करता है। अगर कोई आपके हाथ या जेब से स्मार्टफोन को झटके से खींचना है तो एंटीथेफ्ट फीचर चोरी के संकेत को समझकर तुरंत ही आपके डिवाइस को लॉक कर देता है। अगर डिवाइस अक्सर उपयोग होने वाले नेटवर्क से लंबे समय से दूर है या कोई दूसरे नेटवर्क पर उपयोग करने का प्रयास कर रहा है तो भी डिवाइस लॉक हो जाएगा।
एंड्रॉयड 15 के अन्य सुरक्षित फीचर्स
एंड्रॉयड 15 में प्राइवेट स्पेस फीचर है, जिसकी मदद से यूजर्स उन ऐप्स को छिपा सकता है, जिन्हें आप नहीं चाहते कि दूसरे लोग ऐप ड्रॉअर में बायोमेट्रिक या पिन-संरक्षित कंटेनर में देखें। इसमें स्पैम कॉलर फीचर भी दिया गया है, जिसकी मदद से जान सकेंगे की कौन-सा कॉल जालसाज का है। यह बातचीत के बीच में जालसाजों को पहचानने के लिए AI का उपयोग करता है।