लैंगिक भेदभाव का मामला, गूगल ने महिला कर्मचारियों को किया 922 करोड़ रुपये का भुगतान
सर्च इंजन कंपनी गूगल ने लैंगिक भेदभाव से जुड़े एक मामले में 18.8 करोड़ डॉलर (करीब 922 करोड़ रुपये) के सेटलमेंट का भुगतान किया है। कंपनी ने बिना कोई गलती मानते हुए कहा कि वह क्लास-ऐक्शन लॉसूट को सेटल करते हुए बेहद खुश है। इस लॉसूट में कहा गया था कि कंपनी में महिला कर्मचारियों को लो-रैंकिंग पोजीशंस पर रखा गया था और उन्हें पुरुष कर्मचारियों के मुकाबले कम भुगतान किया जा रहा था।
15,000 से ज्यादा कर्मचारियों को मिला फायदा
करीब 922 करोड़ रुपये के सेटलमेंट में गूगल की लगभग 15,500 महिला कर्मचारी को कवर किया गया है, जिन्होंने सितंबर, 2013 से कैलिफोर्निया में कंपनी में काम किया। लॉ फर्म्स लीफ काब्रेसर हीमेन एंड बर्न्सटीन LLP एंड एल्टशूलर बर्जन LLP ने पिछले सप्ताह जारी किए गए आधिकारिक बयान में इससे जुड़ी जानकारी दी। कंपनी सेटलमेंट के साथ हायरिंग और मुआवजा देने की प्रक्रिया में थर्ड-पार्टी एनालिसिस की बात पर भी सहमत हो गई है।
गूगल ने पूरे मामले पर क्या कहा?
समाचार एजेंसी AFP को दिए बयान में गूगल ने कहा, "जहां हम अपने नियमों और प्रैक्टिस में समानता में विश्वास रहते हैं, वहीं करीब पांच साल तक चले मामले के बाद दोनों ही पक्ष इसका एक समाधान निकालने को राजी हो गए हैं। बिना किसी स्वीकार्यता या सहमति के, यही सभी के हित में था और हम इस एग्रीमेंट पर पहुंचने को लेकर खुश हैं।" साफ है कि गूगल ने बिना कोई गलती माने इस सेटलमेंट को समाधान बताया है।
न्यूजबाइट्स प्लस
गूगल की स्थापना यूं तो 4 सितंबर, 1998 को हुई थी लेकिन इसका जन्मदिन अब 27 सितंबर को मनाया जाता है। सर्च इंजन की रिकॉर्ड नंबर पेज इंडेक्सिंग को सेलिब्रेट करने के लिए गूगल ने अपना जन्मदिन 27 सितंबर को मनाना शुरू कर दिया।
साल 2017 में कर्मचारियों ने दर्ज किया था मामला
साल 2017 में कुछ गूगल कर्मचारियों ने सैन फ्रांसिस्को कोर्ट में कंपनी के खिलाफ मामला दर्ज किया था। इसमें कहा गया था कि एक जैसी पोजीशन पर काम करने वाली महिला कर्मचारियों को पुरुषों के मुकाबले कम भुगतान किया जा रहा है। साथ ही एक जैसे अनुभव वाली महिला कर्मचारियों को छोटी पोजीशंस पर जगह मिल रही है, क्योंकि इससे पहले उनकी सैलरी कम रही है। इस तरह लिंग के आधार पर भेदभाव के आरोप गूगल पर लगाए गए थे।
लॉ फर्म्स ने शेयर की एग्रीमेंट की कॉपी
लॉ फर्म्स की ओर से इंटरनेट कंपनी और कर्मचारियों के बीच हुए एग्रीमेंट की कॉपी शेयर की गई है। इसमें लिखा है, 'गूगल ने लॉसूट में लगाए गए सभी आरोपों से सिरे से इनकार किया है और मौजूदा कानून, नियमों और रेग्युलेशंस का हमेशा पालन करने की बात दोहराई है।' हालांकि, इसके बावजूद कंपनी मामला खत्म करना चाहती है और सेटलमेंट को लेकर सहमत है। गूगल इससे पहले भी लैंगिक भेदभाव के मामले पर सेटलमेंट कर चुकी है।
पहले भी लग चुके हैं लैंगिक भेदभाव के आरोप
गूगल पर पहले भी लिंग के आधार पर कर्मचारियों के बीच भेदभाव के आरोप लगते रहे हैं। साल 2021 में गूगल ने US डिपार्टमेंट ऑफ लेबर को 38 लाख डॉलर (करीब 29.7 करोड़ रुपये) का भुगतान करने की बात ऐसे ही आरोप के चलते स्वीकार की थी। नए सेटलमेंट को भी फाइनल होने से पहले जज के सामने जाना होगा, जिसकी ओर से अनुमति मिलने के बाद दोनों पक्ष आपस में मामला सेटल कर पाएंगे।