क्रोम OS को एंड्रॉयड में बदलना चाहती है गूगल, एक समान में मिलेंगे फीचर्स
गूगल अपने क्रोम OS को एंड्रॉयड में बदलने की योजना बना रही है। इसका उद्देश्य दोनों सिस्टम को एक करना और आईपैड के साथ बेहतर प्रतिस्पर्धा करना है। नए अपडेट से डेस्कटॉप कार्यक्षमता और डिवाइस संगतता में सुधार होगा। क्रोम OS की सुविधाएं, जैसे एक्सटेंशन और लिनक्स ऐप समर्थन, एंड्रॉयड में जोड़ी जाएंगी। भविष्य में क्रोमबुक्स एंड्रॉयड OS के साथ आएंगी। माना जा रहा है कि गूगल का नया पिक्सल लैपटॉप क्रोम OS की बजाय डेस्कटॉप एंड्रॉयड पर आधारित होगा।
गूगल ने नहीं की इसकी पुष्टि
गूगल ने क्रोम OS को एंड्रॉयड में बदलने की पुष्टि नहीं की है, लेकिन उसने कहा है कि क्रोम OS धीरे-धीरे एंड्रॉयड की तकनीक अपनाएगा। यह पहले से एंड्रॉयड के ब्लूटूथ स्टैक 'फ्लोराइड' का उपयोग करता है। गूगल अब एंड्रॉयड पर क्रोम का नया वर्जन बना रही, जिसमें एक्सटेंशन सपोर्ट और लिनक्स ऐप चलाने के लिए टर्मिनल होगा। इसका उद्देश्य एंड्रॉयड और क्रोम OS में समान सुविधाएं लाना और क्रोमबुक्स को एंड्रॉयड में बदलने पर क्रॉस्टिनी जैसा अनुभव देना है।
एक समान फीचर्स देना चाहती है गूगल
गूगल एंड्रॉयड और क्रोम OS में समान सुविधाएं लाने पर काम कर रही है, लेकिन अभी बहुत कुछ करना बाकी है। एंड्रॉयड 15 में बेहतर कीबोर्ड, माउस सपोर्ट, एक्सटर्नल मॉनिटर सपोर्ट और मल्टीपल डेस्कटॉप जैसे फीचर्स जोड़े जाएंगे। ये बदलाव गूगल के एंड्रॉयड-ऑन-लैपटॉप प्रोजेक्ट का हिस्सा हैं। इसका फायदा टैबलेट्स, जैसे पिक्सल टैबलेट 2, को भी होगा। यह डेस्कटॉप अनुभव को बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे एंड्रॉयड लैपटॉप और टैबलेट पर अधिक उपयोगी बनेगा।