टेक कंपनियों में छंटनी से फेक न्यूज और फैक्ट चेक से जुड़ी टीमें हुईं प्रभावित
क्या है खबर?
टेक कंपनियों और खासतौर से सोशल मीडिया से जुड़े प्लेटफॉर्म पर लोग गलत और झूठी जानकारियां भी फैलाते हैं।
फेसबुक, इंस्टाग्राम और ट्विटर आदि को झूठी, हिंसक खबरों को रोकने में विफल रहने के कारण जांच, फटकार और जुर्माने का भी सामना करना पड़ता है।
इसे रोकने के लिए कंपनियां अपनी टीम के साथ थर्ड-पार्टी फैक्ट-चेकर्स की मदद भी लेती हैं। हालांकि, छंटनी के दौरान कंपनियां फैक्ट चेक टीमों को भी कम या खत्म कर रही हैं।
दक्षता
मेटा की छंटनी से प्रभावित हुआ ट्रस्ट और सेफ्टी का काम
फेसबुक और इंस्टाग्राम की पैरेंट कंपनी मेटा के CEO मार्क जुकरबर्ग ने 2023 को दक्षता का वर्ष बनाने की अपनी प्रतिबद्धता के चलते मेटा में कई दौर की छंटनी की और इसने लगभग 21,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने की घोषणा की।
यहां कर्मचारियों की कमी से कंपनी के ट्रस्ट और सेफ्टी से जुड़ा काम प्रभावित हुआ।
मेटा ने एक फैक्ट चेकिंग टूल भी खरीदा, लेकिन अब इस योजना को भी पूरी तरह बंद कर दिया गया है।
मिसइंफॉर्मेशन
साइबर अपराध में हुआ है इजाफा
टेक कंपनियां अपने आर्थिक दबावों को कम करने और राजस्व नियंत्रित करने के लिए भारी छंटनी कर रही हैं। छंटनी में गलत सूचनाओं को रोकने और फैक्ट चेक करने वाले लोग भारी संख्या में निकाले जा रहे हैं।
छंटनी की घोषणा ऐसे समय में हो रही है, जब साइबर अपराध/धमकी बढ़े हैं। इसके चलते किशोर कई बार खुद को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
दूसरी तरफ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के जरिए गलत जानकारी और हिंसक सामग्री फैलाई जा रही है।
छंटनी
"कम लोगों द्वारा अधिक काम" पर जोर दे रही हैं टेक कंपनियां
कोरोना वायरस महामारी के दौरान कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने के बाद मेटा, अमेजन, माइक्रोसॉफ्ट, अल्फाबेट आदि कंपनियों ने हजारों नौकरियों में कटौती की है।
इन कंपनियों के अधिकारियों ने अपनी हाल की अर्निंग कॉल्स में "कम लोगों द्वारा अधिक काम" पर जोर दिया है। कम लोगों से अधिक काम की इनकी नीतियों के चलते विश्वास, सुरक्षा और AI नैतिकता से जुड़े कार्य प्रभावित हो रहे हैं।
इससे जल्द ही ऑनलाइन अराजकता पैदा होने की आशंका भी जताई जा रही है।
टीम
ट्विटर ने भी भंग की नैतिक AI से जुड़ी टीम
गूगल और टिक-टॉक में ट्रस्ट एंड सेफ्टी लीड के रूप में काम करने वाले अर्जुन नारायण ने कहा कि गलत करने वाले आमतौर पर काफी आगे की तैयारी रखते हैं। टेक कंपनियां अभी ट्रस्ट, सेफ्टी और AI नैतिकता को काफी ज्यादा खर्च वाले काम के तौर पर देखती हैं।
रिपोर्ट्स के अनुसार, ट्विटर ने नवंबर में अपनी नैतिक AI टीम को भंग कर दिया। फरवरी में गूगल ने गलत सूचना रोकने वाली टीम को एक-तिहाई छोटा कर दिया था।
मेटा
अमेजन, माइक्रोसॉफ्ट ने छोटी कर दी अपनी टीम
मेटा ने कथित तौर पर जनवरी की शुरुआत में लगभग 200 कंटेंट मॉडरेटर्स के अनुबंधों को समाप्त कर दिया।
अमेरिकी श्रम विभाग के पास दायर दस्तावेजों के अनुसार, इसने इंस्टाग्राम के वेल-बीइंग ग्रुप के 16 कर्मचारियों सहित ट्रस्ट और उत्तरदायित्व से जुड़े 100 से अधिक पदों को खत्म कर दिया।
मार्च में अमेजन ने अपनी AI टीम को छोटा कर दिया और माइक्रोसॉफ्ट ने अपनी पूरी एथिक्स और सोसाइटी टीम को बंद कर दिया।