'वुमन्स डे' पर फ्री मिल रहे एडिडास के जूते? व्हाट्सऐप स्कैम में ना फंसें आप
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च को है और इससे जुड़ा एक स्कैम इन दिनों व्हाट्सऐप पर मेसेज की शक्ल में फॉरवर्ड किया जा रहा है। मेसेजिंग प्लेटफॉर्म पर शेयर किए गए मेसेज में दावा किया गया है कि महिला दिवस के मौके पर जूते बनाने वाली कंपनी एडिडास फ्री में जूते दे रही है। अगर ऐसा मेसेज आप तक भी पहुंचा है, तो उसपर भरोसा या क्लिक ना करें और इसे दूसरे यूजर्स को फॉरवर्ड करने से बचें।
यूजर्स को फंसाने का नया तरीका
व्हाट्सऐप पर आए दिन ऐसे फर्जी ऑफर वाले मेसेज फॉरवर्ड किए जाते हैं और इनके दावों में कोई सच्चाई नहीं होती। मेसेजेस का मकसद यूजर्स को फंसाकर उनकी जानकारी जुटाना और उन्हें नुकसान पहुंचाना होता है। एडिडास से जुड़े मेसेज के साथ एक लिंक शेयर किया जा रहा है, जिसपर क्लिक करते ही उन्हें एक थर्ड-पार्टी पेज पर भेज दिया जाता है। ऐसे URL पर क्लिक करना भारी पड़ सकता है और आप स्कैम के शिकार बन सकते हैं।
एडिडास ने नहीं दिया फ्री जूतों का ऑफर
मेसेज में जैसा दावा किया गया है, वैसा कोई भी ऑफर या डील एडिडास की ओर से नहीं मिल रही है। एडिडास ने अपनी वेबसाइट या सोशल मीडिया हैंडल्स पर इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी है, जबकि कंपनियां ऐसे बड़े ऑफर हर जगह टीज करती हैं। इसके अलावा URL ध्यान से देखने पर पता चल जाता है कि इसमें कुछ गड़बड़ है। जरा सा ध्यान दें तो आप स्कैम से जुड़े फेक मेसेज आसानी से पहचान सकते हैं।
मेसेज के साथ दिया गया लिंक फर्जी
व्हाट्सऐप पर वायरस हो रहे मेसेज के साथ दिए गए URL में 'v-app.buzz/adidass' शामिल है, जिसमें एडिडास (Adidas) की स्पेलिंग भी गलत है। कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट www.shop.adidas.com है और इसमें app या buzz जैसे शब्द शामिल नहीं हैं। लिंक पर टैप करने के बाद खुलने वाले पेज पर दिख रहा लोगो भी एडिडास का नहीं है। पेज पर कोई कंटेंट नहीं दिया गया और केवल कुछ जूतों की तस्वीरें नजर आ रही हैं।
इन बातों का हमेशा रखें ध्यान
व्हाट्सऐप मेसेज में दिख रहे किसी भी लिंक पर बिना वक्त लिए क्लिक ना करें। फ्री गिफ्ट्स या ऑफर्स का लालच दे रहे मेसेजेस पर भरोसा करने से बचें। अगर क्लिक करना जरूरी हो तो मेसेज में दिए गए लिंक को गौर से देखें और आधिकारिक लिंक से मिलाएं। ऐसे मेसेजेस में व्याकरण की गलतियां और टाइपिंग मिस्टेक्स देखने को मिलती हैं। इस तरह के मेसेज दूसरों को कभी फॉरवर्ड ना करें।