
डिजिटल लाइब्रेरी इंटरनेट आर्काइव के 3.1 करोड़ यूजर्स का डाटा हुआ लीक
क्या है खबर?
इंटरनेट आर्काइव की आधिकारिक वेबसाइट को साइबर जालसाजों ने हैक कर लिया है, जिससे इसके बहुत से यूजर्स का संवेदनशील डाटा लीक हो गया है।
इंटरनेट आर्काइव अमेरिका स्थित एक मुफ्त डिजिटल लाइब्रेरी है, जिसका लक्ष्य सभी लोगों को आसानी से ज्ञान पहुंचना है।
इंटरनेट आर्काइव की वेबसाइट (www.archive.org) पर जाने पर एक पॉप-अप दिख रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि साइट को हैक कर लिया गया है।
संख्या
3.1 करोड़ यूजर्स का डाटा हुआ लीक
इंटरनेट आर्काइव में हुए एक बड़े साइबर हमले से लगभग 3.1 करोड़ यूजर्स का डाटा लीक हुआ है। यह उल्लंघन एक अनधिकृत जावास्क्रिप्ट पॉप-अप के माध्यम से पहली बार रिपोर्ट किया गया, जिसकी पुष्टि सुरक्षा शोधकर्ता ट्रॉय हंट ने की है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, यह साइबर हमला सितंबर में हुआ था, जिसमें यूजरनेम, पासवर्ड और अन्य सिस्टम डाटा शामिल थे। हैकर्स ने पॉप-अप में इंटरनेट आर्काइव का मजाक उड़ाते हुए कहा कि यह हमेशा सुरक्षा उल्लंघनों के कगार पर है।
डाटा उपलब्धता
HIBP पर मौजूद है डाटा
वेबसाइट पर एक पॉप-अप में बताया गया कि लीक हुआ डाटा हैव आई बीन प्वॉन्ड (HIBP) पर देखा जा सकता है। HIBP एक वेबसाइट है, जहां यूजर्स यह जांच सकते हैं कि उनकी जानकारी किसी साइबर हमले में लीक हुई है या नहीं।
इसके ऑपरेटर ट्रॉय हंट ने बताया कि उन्हें 3.1 करोड़ लोगों का डाटा मिला, जिसमें ईमेल एड्रेस, यूजरनेम, पासवर्ड बदलाव का समय और हैश पासवर्ड शामिल थे। डाटा मिलान में यह जानकारी सही पाई गई है।
कदम
इंटरनेट आर्काइव ने उठाया यह कदम
सुरक्षा घटनाओं को देखते हुए इंटरनेट आर्काइव के संस्थापक ब्रूस्टर काहले ने एक सार्वजनिक अपडेट जारी किया। उन्होंने बताया है कि वेबसाइट पर एक DDoS हमला हुआ, जिससे वेबसाइट प्रभावित हुई और यूजरनेम, ईमेल और पासवर्ड का डाटा लीक हुआ है।
इस बड़े स्तर के साइबर हमले से और डाटा सुरक्षित करने के लिए संगठन ने अपने जावास्क्रिप्ट लाइब्रेरी को बंद कर दिया है और वर्तमान में सिस्टम को साफ कर रहा है और सुरक्षा को बढ़ा रहा है।