
यूजर्स की जासूसी कर रहे थे चाइनीज टीवी, कंपनी ने थर्ड-पार्टी ऐप को बताया जिम्मेदार
क्या है खबर?
भारतीय स्मार्ट टीवी मार्केट में बड़ा मार्केट शेयर चाइनीज टीवी ब्रैंड्स का है और कम कीमत में प्रीमियम एक्सपीरियंस देने के चलते इनके यूजर्स तेजी से बढ़े हैं।
हालांकि, इनके साथ यूजर्स डाटा की चोरी से जुड़े सवाल भी खड़े हो रहे हैं।
अब चाइनीज टीवी मेकर स्कायवर्थ ने माना है कि इसके कुछ स्मार्ट टीवी यूजर्स का डाटा जुटा रहे थे।
कंपनी ने इसके लिए टीवी में प्रीलोडेड एक थर्ड-पार्टी ऐप को जिम्मेदार माना है।
ऐप
यह ऐप चुरा रही थी यूजर्स का डाटा
स्कायवर्थ के टीवी मॉडल्स में गोजेन सर्विस (Gozen) नाम की ऐप प्री-इंस्टॉल्स मिल रही थी, जिससे टीवी से कनेक्ट किए गए वाई-फाई नेटवर्क से जुड़े दूसरे डिवाइसेज में लॉग-इन करने और डाटा शेयरिंग का विकल्प मिलता था।
गोजेन सर्विस ऐप को बीजिंग, चीन की गोजेन डाटा नाम की कंपनी ने तैयार किया है, जो खुद को OTT सर्विसेज के लिए बड़ा डाटा एनालिसिस प्लेटफॉर्म कहती है।
स्कायवर्थ ने बताया है कि इस ऐप को डिसेबल कर दिया गया है।
माफी
स्मार्ट टीवी कंपनी ने इसलिए मांगी माफी
स्कायवर्थ ने चाइनीज डिवेलपर फोरम V2EX की ओर से किए गए खुलासे के बाद माफी मांगी।
फोरम ने बताया था कि नेटवर्क ट्रैफिक से पता चला है कि स्कायवर्थ टीवी अपने यूजर्स के वाई-फाई नेटवर्क को कुछ मिनट्स बाद स्कैन करते हैं और उससे जुड़ दूसरे डिवाइसेज के बारे में जानकारी जुटाते हैं।
ये टीवी वाई-फाई नेटवर्क से कनेक्टेड डिवाइसेज के नाम से लेकर IP एड्रेस, नेटवर्क लेटेंसी और दूसरे नेटवर्क्स की जानकारी जुटा रहे थे।
बयान
कंपनी ने कही ऐप डिसेबल करने की बात
स्कायवर्थ ने बताया, "स्मार्ट टीवी बनाने वाली कंपनी की गोजेन डाटा के साथ पार्टनरशिप हुई थी, हालांकि यह साझेदारी केवल मेनलैंड चाइना में स्थानीय टीवी प्रोग्राम्स की रेटिंग्स का सर्वे करने के लिए की गई थी।"
कंपनी ने कहा है कि गोजेन की ओर से नियमों का उल्लंघन किया गया और स्कायवर्थ को इस बात की जानकारी नहीं थी।
हालांकि, साफ नहीं है कि दूसरे देशों में भी स्कायवर्थ के टीवी गोजेन ऐप के साथ आ रहे थे या नहीं।
भारत
भारत में भी टीवी बेचती है कंपनी
भारत में स्कायवर्थ के स्मार्ट टीवी जर्मन टीवी मेकर का हिस्सा बनने के बाद मेट्ज की ब्रैंडिंग के साथ बेचे जाते हैं।
हालांकि, चाइनीज ब्रैंड के स्मार्ट टीवी से जुड़ी प्राइवेसी संबंधी खामी का यह पहला मामला नहीं है।
पिछले साल एक इंडिपेंडेंट सिक्योरिटी रिसर्चर ने बताया था कि TCL के स्मार्ट टीवी डिवाइस के पूरे फाइल सिस्टम में किसी को भी सेंध लगाने की परमिशन दे रहे थे।
बाद में इस खामी को फिक्स कर दिया गया था।