चीन: न्यूरोसर्जन की मदद के लिए AI असिस्टेंट का होगा इस्तेमाल, ट्रायल शुरू
चीन अब न्यूरोसर्जन की मदद के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद लेगा। इसके लिए बीजिंग और अन्य शहरों के 7 अस्पतालों में न्यूरोसर्जन की मदद के लिए AI बॉट्स का ट्रायल चल रहा है। ये डॉक्टरों के लिए एक तरह से सर्जरी सलाहकार के तौर पर काम करेंगे। इसका मतलब है कि सर्जरी से पहले न्यूरोसर्जन इनसे अपने सवालों के जवाब जान सकते हैं। इसके लिए इन AI असिस्टेंट को मेडिकल रिकॉर्ड आदि से प्रशिक्षित किया गया है।
मरीजों का डाटा भी समझ सकेंगे बॉट्स
इन AI बॉट्स को केयर्स कोपायलट 1.0 नाम दिया गया है। ये न सिर्फ डॉक्टरों के सवालों के जवाब देंगे बल्कि MRI, अल्ट्रासाउंड और CT स्कैन, तस्वीरों और वीडियो के जरिये मरीजों के डाटा को भी समझ सकेंगे। अगर डॉक्टर कोई जोखिम भरा काम करेंगे तो ये उन्हें पहले चेतावनी भी देंगे। शोधकर्ताओं का कहना है कि उनका लक्ष्य इन बॉट्स की भूमिका को और अधिक सक्रिय बनाने का है।
मेटा के मॉडल पर बनाए गए हैं बॉट्स
सोमवार को चीन की साइसेंस एकेडमी के तहत आने वाली हांगकांग की एक एजेंसी ने इन AI बॉट्स को पेश किया। इन्हें मेटा के Llama 2.0 के AI मॉडल पर तैयार किया गया है। इन्हें बीमारियों को समझने और सुझाव देने के लिए बड़ी संख्या में वैज्ञानिक पेपर, मेडिकल जर्नल और मैनुअल की मदद से प्रशिक्षण दिया गया है। एजेंसी ने बताया कि इन्हें प्रशिक्षण देने के लिए 100 हाई-एंड ग्राफिक्स प्रोसेसर यूनिट का इस्तेमाल किया गया है।