आईफोन 15 से वापस लौट सकती है ऐपल की रौनक, नए फीचर्स कर सकते हैं आकर्षित
आईफोन निर्माता कंपनी ऐपल लगातार कई तिमाहियों से धीमी बिक्री का सामना कर रही है। ये 2 दशकों में ऐपल की सबसे लंबी गिरावट है। इसके अलावा भी कंपनी कुछ अन्य मुश्किलों का सामना कर रही है। ऐसे में ऐपल को आज (12 सितंबर) पेश की जाने वाले आईफोन 15 सीरीज से बड़ी उम्मीद है। जान लेते हैं ऐपल के पक्ष में कौन-कौन सी स्थितियां हैं और इसकी चुनौतियां क्या हैं।
लोगों को आकर्षित कर सकते हैं आईफोन के ये संभावित फीचर्स
आईफोन 15 सीरीज को पेश किए जाने से पहले ही उसके कई फीचर्स की चर्चा है, जिनमें टाइप-C चार्जिंग, शुरुआती मॉडल में भी डायनामिक आइलैंड फीचर के साथ आईफोन में पहली बार पेरिस्कोप लेंस दिए जाने की खबरें हैं। इनके अलावा आईफोन के प्रो मॉडल में टाइटेनियम फ्रेम दिए जाने की बात कही जा रही है। टाइटेनियम फ्रेम वाले मॉडल का वजन हल्का होगा। यदि ये खबरें सही होती हैं तो नए आईफोन लोगों को आकर्षित कर सकते हैं।
आईफोन 15 से बिक्री में तेजी की उम्मीद
पूरी स्मार्टफोन इंडस्ट्री मांग की कमी से जूझ रही है और ऐपल भी इससे बची नहीं है। आईफोन ऐपल कंपनी के राजस्व का सबसे बड़ा स्त्रोत है, लेकिन आईफोन की धीमी बिक्री से कंपनी की कमाई घटी है। 2019 के बाद पहली बार इस साल ऐपल का राजस्व गिरने की तरफ बढ़ रहा है। ऐसे में यदि आईफोन 15 सीरीज के नए फीचर्स लोगों को आकर्षित करने में सफल होते हैं तो इसकी बिक्री में तेजी देखने को मिलेगी।
महंगे हो सकते हैं नए आईफोन
आईफोन निर्माता ने बेहतरीन फीचर्स और अधिक पावरफुल चिप्स के साथ ग्राहकों को अपनी तरफ आकर्षित किया है। यह ट्रेंड इस साल भी देखने को मिल सकता है। कुछ रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया है कि ऐपल इस बार कुछ बाजारों में आईफोन 15 की कीमत बढ़ा भी सकती है। ऐपल ने उपभोक्ताओं को अपने महंगे वेरिएंट की तरफ सफलतापूर्वक स्थानांतरित भी किया है। इससे ऐपल को भारी कीमत वसूलने में मदद मिली है।
बिक्री गिरने से घटी वैल्युएशन
अधिकांश स्मार्टफोन निर्माताओं की तुलना में ऐपल ने स्मार्टफोन मंदी का बेहतर सामना किया है। IDC के अनुसार, पिछली तिमाही इसका फोन शिपमेंट 2 प्रतिशत गिरा, जबकि इसकी मुख्य प्रतिद्वंदी सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स को 15 प्रतिशत की गिरावट का सामना करना पड़ा। मध्य जुलाई से ऐपल के शेयर की कीमत लगभग 10 प्रतिशत गिरने से कंपनी की वैल्यूएशन घटी है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी के मैनेजमेंट को आईफोन 15 लाइनअप के रिलीज के साथ मंदी में कमी की संभावना है।
चीन से लगा ऐपल को झटका
ऐपल को चीन से तगड़ा झटका लगा है। दरअसल, चीन ने सरकारी अधिकारियों को आईफोन रखने से मना किया है। चीन के इस फैसले से ऐपल के शेयरों में 5 प्रतिशत तक की गिरावट आई है।
न्यूजबाइट्स प्लस
ऐपल की शुरुआत इसके को-फाउंडर स्टीव जॉब्स ने स्टीव वोजनिएक के साथ मिलकर 1976 में ऐपल कम्प्यूटर नाम से की थी। आज की तारीख में टेक जगत की दिग्गज कंपनी ऐपल के सभी प्रोडक्ट अपनी कैटेगरी में बेहतर माने जाते हैं। यह कंपनी आईफोन से लेकर आईपैड, मैकबुक, एयरपॉड और स्मार्टवॉच तक बनाती है। 5 अक्टूबर 2011 को कैंसर के चलते स्टीव जॉब्स का निधन हो गया। स्टीव जॉब्स के बाद टिम कुक को ऐपल का CEO बनाया गया।