गूगल को टक्कर देने के लिए अपना सर्च इंजन लॉन्च कर सकती है ऐपल
दिग्गज टेक कंपनी ऐपल अपना सर्च इंजन लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ऐसे कई संकेत मिले हैं, जिनसे लग रहा है कि ऐपल सर्च इंजन बनाने पर काम कर रही है। इनमें से एक यह है कि कंपनी ने हाल ही में सर्च इंजीनियर्स के लिए नौकरियां निकाली थीं। बताया जा रहा है कि गूगल सर्च को टक्कर देने के लिए ऐपल स्पॉटलाइन सर्च बना रही है। आइये, यह पूरी खबर जानते हैं।
अभी ऐपल डिवाइस में डिफॉल्ट है गूगल सर्च
मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि गूगल iOS, macOS और iPadOS में अपने सर्च इंजन को डिफॉल्ट के तौर पर रखने के लिए ऐपल को करोड़ों रुपये का भुगतान करती है। पिछले कुछ समय से दोनों के बीच यह समझौता इंग्लैंड के बाजार नियामक की निगरानी में आ गया है। इसी वजह से ऐपल अपना अलग सर्च इंजन बना रही है ताकि उसे किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।
नियामक की निगरानी में क्यों समझौता?
दरअसल, UK कंपीटिशन एंड मार्केट अथॉरिटी ने कहा है कि दुनियाभर में ऐपल का मार्केट शेयर काफी बड़ा है। चूंकि गूगल सर्च ऐपल डिवाइस में डिफॉल्ट है इसलिए दूसरे सर्च इंजन को यूजर्स के सामने आने का मौका नहीं मिलता।
AI और ML का इस्तेमाल कर सकती ऐपल
पिछले दिनों ऐपल ने सर्च इंजीनियर के लिए नौकरियां निकाली थी। इससे भी यह संकेत मिलते हैं कि कंपनी एक नए सर्च इंजन पर काम कर रही है। इन नौकरियों में अन्य सर्वेिसेस के साथ-साथ इंटिग्रेटिंग आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI), नैचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग (NLP) और मशीन लर्निंग आदि का जिक्र किया गया था। बताया जा रहा है कि iOS 14 बीटा और iPadOS 14 बीटा में स्पॉटलाइट सर्च रिजल्ट दिखाने के लिए गूगल सर्च को बायपास कर लेगा।
गूगल असिस्टेंट जैसा हो सकता है ऐपल का नया सर्च इंजन
ऐसा माना जा रहा है कि ऐपल का सर्च इंजन एक तरह से पर्सनलाइज्ड डाटा हब होगा। यह कुछ हद तक एंड्रॉयड डिवाइस पर गूगल असिस्टेंट जैसा होगा, लेकिन इसमें कोई विज्ञापन नहीं होंगे और इसमें प्राइवेसी का खास ध्यान रखा जाएगा। माना जा रहा है कि ऐपल का सर्च इंजन आने के बाद गूगल का इस क्षेत्र में एकाधिकार समाप्त हो जाएगा और इससे कंपनी की कमाई पर भी असर पड़ेगा।
सर्च इंजन आने के बाद क्या बदल जाएगा?
अभी तक ऐसा हो रहा है कि अगर आप ऐपल डिवाइस पर कुछ सर्च करते हैं तो वह गूगल सर्च के जरिये आपके सामने आता है। ऐपल का खुद का सर्च इंजन आने के बाद यह बदल जाएगा। ऐसा माना जा रहा है कि ऐपल इसके आने के बाद गूगल के साथ अपना समझौता रद्द कर दे। गूगल के विकल्प के तौर पर ऐपल इसे पहले अपने डिवाइस में और फिर बाद में पब्लिक के लिए लॉन्च कर सकती है।