लोकसभा चुनाव के लिए महिला वोटरों को साधने में जुटी भाजपा, जानें खास योजना
अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में सत्ता-विरोधी लहर से निपटने के लिए भाजपा महिला वोटबैंक को साधने की तैयारी में है। इस योजना के तहत पार्टी में महिलाओं की अधिक भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। इसके साथ ही आगामी चुनाव के बाद सदन में महिला सांसदों की संख्या बढ़ाने पर भी ध्यान दिया जा रहा है। आइए जानते हैं कि भाजपा आधी आबादी को लुभाने की कोशिश क्यों कर रही है।
क्यों अहम है महिला वोटबैंक?
लोकसभा चुनाव के आंकड़ों पर नजर डालें तो इनमें लगातार महिलाओं की भागीदारी बढ़ती जा रही है। 2004 के लोकसभा चुनाव में महिलाओं का मत प्रतिशत 53 था, जो 2019 में बढ़कर 67 प्रतिशत हो गया। ये पहला मौका था जब महिलाओं ने पुरुषों के मुकाबले अधिक मतदान किया था। चुनाव आयोग का अनुमान है कि 2024 लोकसभा चुनाव में महिलाओं का मत प्रतिशत 69 तक पहुंच सकता है। पुरुषों की तुलना में महिलाएं भाजपा को ज्यादा वोट देती हैं।
महिलाओं को लुभाने के लिए भाजपा क्या करने की तैयारी में?
नई रणनीति के तहत भाजपा की 2024 आम चुनाव में लोकसभा की 543 सीटों में से लगभग एक तिहाई सीटों पर महिला उम्मीदवार उतारने की योजना है, जिससे महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ाया जा सकेगा। 2019 चुनाव में भी भाजपा ने किसी अन्य पार्टी के मुकाबले सबसे अधिक महिला उम्मीदवार चुनाव में उतारी थीं। हालांकि, इनमें से कई चुनाव हार गईं और अभी भाजपा के 303 लोकसभा सांसदों में से केवल 42 महिलाएं हैं।
भाजपा की और क्या योजना है?
भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष वानथी श्रीनिवासन ने रॉयटर्स को बताया कि पार्टी में हर स्तर पर महिलाओं को भाजपा से जोड़ने के लिए एक पूरी योजना बनाई गई है। इसके तहत पार्टी में कम से कम एक तिहाई महिला प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने के लिए 900 से अधिक महिलाओं को जोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि पार्टी में महिलाओं की संख्या बढ़ाना चुनाव में निश्चित रूप से 'गेम चेंजर' साबित होगा।
महिलाओं को लुभाने के लिए अलग-अलग कार्यक्रम चला रही भाजपा
हाल ही में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर भाजपा महिला मोर्चा ने देशभर में महिलाओं को सुषमा स्वराज सम्मान से सम्मानित किया था। श्रीनिवासन ने बताया कि हर जिले से समाज को प्रेरणा देने वाली उन 10 महिलाओं को समानित किया गया, जिन्होंने सामाजिक क्षेत्र में कोई उपलब्ध हासिल की थी। उन्होंने कहा कि देशभर की महिलाओं को एकजुट करने के लिए पार्टी खास कार्यक्रम चला रही है, जो आगे भी जारी रहेंगे।
महिलाओं को सशक्त बनाना भाजपा की रणनीति- नड्डा
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने रॉयटर्स को बताया कि महिलाओं को सशक्त बनाना और महिला प्रतिभाओं को मंच देना भाजपा की रणनीति के केंद्र में है। इससे पहले जनवरी में दिल्ली की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी से महिला कार्यकर्ताओं को जोड़ने पर विशेष जोर दिया था। इस बैठक में यह तय किया गया था कि महिलाओं को पार्टी से जोड़ने के लिए विशेष अभियान चलाए जाएंगे।
भाजपा कौन-कौन से अभियान चलाएगी?
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, भाजपा ने महिलाओं को जोड़ने के लिए दिसंबर तक का पूरा रोडमैप तैयार किया है। मई में आदिवासी समाज की महिलाओं तक पहुंचने के लिए खास कार्यक्रम चलाने की योजना है, जबकि जून में भाजपा द्वारा 'स्मार्ट वूमन लीडर फेस्टिवल' का आयोजन किया जाएगा। इस आयोजन में विभिन्न क्षेत्र में काम कर रही महिला पेशेवरों और सोशल मीडिया इन्फ्लूएंसर्स से संवाद करने की योजना है।
पहली बार वोट डालने जा रहीं लड़कियों को लुभाने की भी तैयारी
भाजपा जुलाई में 'माई फर्स्ट वोट फॉर मोदी' अभियान चलाएगी, जिसके तहत उन लड़कियों को टारगेट किया जाना है, जो 2024 के चुनाव में पहली बार वोट देने जा रही हैं। इसी कड़ी में महिला मोर्चा द्वारा पहली बार वोट देने जा रही लड़कियों का नवंबर में एक सम्मेलन कराने की योजना भी है। इस सम्मेलन को प्रधानमंत्री मोदी संबोधित कर सकते हैं। महिला मोर्चा की ओर से इसका सुझाव शीर्ष नेतृत्व को भेज दिया गया है।