AAP नेता ने पोस्ट किया EVM बदलने का दावा करने वाला झूठा वीडियो, यहां जानिये सच्चाई
लोकसभा चुनावों के दौरान फेक न्यूज का खूब दबदबा रहा। फेसबुक, ट्वीटर से लेकर व्हाट्सऐप तक हर जगह फेक न्यूज का बोलबाला था। फेक न्यूज फैलाने मेें कोई भी पार्टी पीछे नहीं रही। मतदान खत्म होने के बाद भी फेक न्यूज थमने का नाम नहीं ले रही है। आम आदमी पार्टी की सोशल मीडिया टीम की सदस्य सविता आनंद ने एक अंतरराष्ट्रीय मीडिया का बताकर एक वीडियो ट्वीट किया है, जिसकी सत्यता पर सवाल उठ रहे हैं।
AAP सदस्य सविता आनंद का दावा
सविता आनंद ने 'TNN' मीडिया की एक क्लिप शेयर की है। इस बारे में उन्होंने लिखा है, 'अंतर्राष्ट्रीय मीडिया मे खुलासा - मोदी ने हारा हुआ चुनाव जीतने के लिए 200 लोकसभा सीटो पर ईवीएम चेंज करवा दी है! अगर ये सच है, तो सड़कों पर उतरने के लिए तैयार रहें। बड़ा आंदोलन होगा, तानाशाही के खिलाफ।' वीडियो में एक महिला एंकर इंग्लिश में बता रही है कि भाजपा कई राज्यों में EVM बदलने जा रही है।
यहां देखिये सविता आनंद का दावा
TNN नाम से नहीं है कोई मीडिया हाउस
सविता के ट्वीट के बाद यह सवाल उठने लगे हैं कि क्या विदेशी मीडिया ट्राइकलर न्यूज नेटवर्क (TNN) ने ऐसी कोई रिपोर्ट की है? इस दावे की पुष्टि करने के लिए हमने इंटरनेट पर TNN मीडिया हाउस के बारे में जानने की कोशिश की। हमें पता चला कि TNN मीडिया नाम का कोई मीडिया हाउस नहीं है। हमें इस नाम से कोई विदेशी टीवी चैनल नहीं मिला। जब कोई मीडिया हाउस नहीं है तो रिपोर्ट करने का सवाल नहीं उठता।
यूट्यूब पर है ट्राइकलर न्यूज नेटवर्क का चैनल
हमारी पड़ताल में यूट्यूब पर ट्राइकलर न्यूज नेटवर्क का चैनल मिला। इस चैनल के 'अबाउट' सेक्शन में जाकर देखने पर पता चलता है कि यह चैनल इस साल 12 जनवरी से शुरू हुआ था। इस पर अभी तक केवल 355 सब्सक्राइबर हैं। दूसरी बात यह कि इस चैनल के लोगों में भारत के राष्ट्रध्वज तिरंगे के तीन रंग दिख रहे हैं। कोई विदेशी मीडिया हाउस अपने लोगो में तिरंगे के रंग क्यों इस्तेमाल करेगा।
क्या यह दावा झूठ है?
इस खोजबीन के लिए हमने इस ट्वीट के रिप्लाई में आए कुछ कमेंट देखे। इनमें से एक कमेंट में लिखा था कि सविता द्वारा ट्वीट किए गए वीडियो में दिख रही एंकर एक रोमनियन मॉडल है, जो फ्रीलांसर के तौर पर वीडियो एंकर का काम करती है। फ्रीलांसर के लिए काम करने वाली एक वेबसाइट fiverr पर इस एंकर को देखा जा सकता है। इस ट्वीट के बाद वीडियो के फेक होने के आसार पहले से ज्यादा हो गए।
रोमानियन मॉडल है एंकर
हिंदी मे भी मौजूद है 'अतंरराष्ट्रीय मीडिया' की वेबसाइट
जिस क्लिप को अतंरराष्ट्रीय मीडिया की बता कर शेयर की जा रही है उसकी वेबसाइट देखने पर पता चलता है कि वेबसाइट इंग्लिश और हिंदी में उपलब्ध है। अब यह भी सवाल उठता है कि कोई विदेशी मीडिया हाउस अपनी वेबसाइट में हिंदी में कंटेट क्यों डालेगा? इसकी वेबसाइट देखने पर पता चलता है कि इस पर एक विशेष विचारधारा के समर्थन में कंटेट पोस्ट किया जा रहा है।
एजेंडे के तहत वायरल किया जा रहा है वीडियो
यूट्यूब पर चैनल के सब्सक्राइबर और वीडियो देखकर पता लगता है कि यह किसी विदेशी मीडिया हाउस का वीडियो नहीं है। इस वीडियो को झूठ फैलाने के एजेंडे के तहत सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है।
चुनाव आयोग ने कही यह बात
सोशल मीडिया पर इस वीडियो के अलावा कई दूसरे वीडियो शेयर हो रहे हैं, जिनमें दावा किया जा रहा है कि कई स्थानों पर EVM को बदला जा रहा है। चुनाव आयोग ने इस विवाद पर कहा कि उसने कई जगह EVM बदलने की शिकायतों की जांच की है और पाया कि सभी EVM स्ट्रॉन्ग रूम में कड़ी सुरक्षा के बीच रखी गई है। इस तरह से चुनाव आयोग ने EVM बदलने के दावे को गलत करार दिया है।